अमलैहड़ में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए मिली फॉरेस्ट क्लीयरेंस
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन की अमलैहड़ पंचायत में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की स्थापना के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने लगभग 2.8 हैक्टेयर भूमि को शिक्षा विभाग के नाम करने के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस दे दी है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इस संबंध में निर्धारित प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन माध्यम से क्लीयरेंस प्रदान करके हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) को पत्र के माध्यम से सूचित किया है। वन वृत्त हमीरपुर के अरण्यपाल निशांत मंढोत्रा ने भी इसकी पुष्टि की है।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद 2.8 हैक्टेयर भूमि को शिक्षा विभाग के नाम हस्तांतरित करने की प्रक्रिया आसानी से पूर्ण हो सकेगी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने वायदे के मुताबिक नादौन विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की स्थापना के लिए अधिकारियों को उपयुक्त एवं पर्याप्त जमीन तलाशने के निर्देश दिए थे। व्यापक सर्वे के बाद मुख्यमंत्री ने इस स्कूल के लिए अमलैहड़ में एक बेहतरीन साइट फाइनल की थी, लेकिन वन भूमि होने के कारण केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी के बगैर यहां निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता था।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से एफसीए का केस तैयार करवाकर इस मामले का स्वयं भी लगातार फॉलोअप किया, जिसके परिणामस्वरूप राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल गई।
प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षण सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में नादौन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत अमलैहड़ में भी राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित किया जाना है।