अक्स न्यूज लाइन शिमला 15 जून :
आज SFI ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को छात्र मांगों को लेकर मांग पत्र सौंपा जिसमें विभिन्न मांगें उठाई गई।
इसमें पहली मांग यह थी कि छात्रों का जनवादी अधिकार प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव जल्द से जल्द बहाल किया जाए। क्योंकि प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव न होने की वजह से छात्र अपनी मांगों को प्रमुखता से विश्वविद्यालय प्रशासन व प्रदेश सरकार के सामने नहीं रख पा रहे हैं वह साथ ही साथ छात्रों की राजनैतिक चेतना को खत्म किया जा रहा है। प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव न होने की वजह से ही शैक्षणिक भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।
इसमें दूसरी मुख्य मांगी है थी कि पिछले कुलपति को गए लगभग 2 वर्ष का समय हो गया है और विश्वविद्यालय में कोई भी स्थाई कुलपति अभी तक नियुक्त नहीं किया गया है। जिस कारण विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली में अनेकों अनियमितताएं देखने को मिल रही है। अतः विश्वविद्यालय में जल्द से जल्द स्थाई विश्व कुलपति की नियुक्ति करना जरूरी है। ताकि विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार हो सके।
इसमें हमारी तीसरी मुख्य मांगी यह थी कि विश्वविद्यालय में हुई फर्जी प्रोफेसर भर्ती कि जल्द से जल्द न्यायिक जांच करवाई जाए वह अवैध रूप से भर्ती किए गए सभी प्रोफेसरों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए ताकि विश्वविद्यालय में गुणात्मक शिक्षा व शोध को बचाया जा सके।
इसके अलावा भी कई अन्य छात्र मांगे मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई गई जैसे सभी छात्रों को छात्रावास की सुविधा दी जाए, इआरपी सिस्टम की अनियमितताओं को खत्म किया जाए, व Ph.D में लगातार हो रहे फर्जी प्रवेशों पर रोक लगाई जाए, आउटसोर्स पर भर्तियां ना करवा कर गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्तियां जल्द से जल्द करवाई जाएं।
इसके पश्चात हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह आश्वासन दिया है कि इन मांगों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।