ऊना से 30 किसानों का दल 5 दिवसीय बागवानी प्रशिक्षण शिविर के लिए सिद्धपुर रवाना

बागवानी विभाग ऊना के उप-निदेशक डॉ. के.के. भारद्वाज ने सभी किसानों को उन्हें सफल प्रशिक्षण की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण दल का नेतृत्व बागवानी विकास अधिकारी डॉ. कविता कर रही हैं। जिला ऊना की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियां विभिन्न फलदार फसलों की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल हैं। जिले में आम, सिट्रस फलों, ड्रैगन फ्रूट, अनार, अमरूद, पपीता, जापानी फल, आड़ू, प्लम और नाशपाती जैसी फसलों की सफलतापूर्वक खेती की जा सकती है। फल फसलों की इन संभावनाओं को देखते हुए केंद्र प्रायोजित एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है ताकि किसान उत्कृष्टता केंद्र के विशेषज्ञों से नई बागवानी तकनीकें सीखकर अपने खेतों में उन्हें लागू कर सकें।
डॉ भारद्वाज ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को ड्रैगन फ्रूट, एवोकाडो और जापानी फल जैसी उच्च आय देने वाली फसलों को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है, जिससे फसलों में विविधता और किसानों की आमदनी दोनों में वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि अपनी आय में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी विकास से जुड़ी अधिकांश योजनाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिनका लाभ किसान घर बैठे उठा सकते हैं।
उन्होंने जिले के किसानों से अपील की कि वे अपने निकटतम बागवानी अधिकारी से संपर्क स्थापित कर विभाग की विभिन्न योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ उठा सकते हैं।