राज्य सरकार का गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने पर विशेष बल: पठानिया

उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधवाओं के 23 हजार बच्चों को 27 वर्ष तक शिक्षा का खर्च उठाने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए डॉ. वाई. एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की है, ताकि कोई भी विद्यार्थी धन के अभाव में शिक्षा से वंचित न रहे। इस योजना के तहत पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का ऋण एक प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जा रहा है और विदेश में पढ़ाई के लिए भी इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा में नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को रोजगार और स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, बिजली, पानी और अन्य विभिन्न सुविधाओं में गुणवत्ता सुनिश्चित करने को प्राथमिकता प्रदान कर रही है।उन्होंने विद्यार्थियों से कड़ी मेहनत करने और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नशे से दूर रहना चाहिए और राज्य सरकार नशा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। इससे पहले कालेज के प्रिंसिपल संजय शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा कालेज की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी भी प्रदान की।
इस अवसर पर मुख्यातिथि ने उन्नत पुस्कालय का शुभारंभ भी किया तथा कालेज के विद्यार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्यातिथि ने मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पीटीए प्रधान अंजना देवी, नगरोटा सूरियां कालेज के प्रिंसिपल अरूण चंद, प्रिंसिपल शाहपुर विश्वजीत सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।