अक्स न्यूज लाइन शिमला 14 जून :
आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने छात्र मांगो को लेकर विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया है।
धरना प्रदर्शन की पृष्ठभूमि बांधते हुए सचिवालय सदस्य *कॉमरेड* *मुकेश* ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र अनेकों समस्याओं से जूझ रहा है और आज विश्वविद्यालय में लंबे समय बाद एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग होने जा रही है जिसमें अनेकों महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे, आज से पहले एसएफआई जिस भी अथॉरिटी से छात्रों से जुड़े मुद्दों से मिली है कहीं ना कहीं अथॉरिटी अपने आप से पल्ला झाड़ने का काम करती है ,कि यह मैटर *EC* का है या दूसरी कमेटी का है।लेकिन आज एसएफआई ने लगभग सभी कमेटी मेंबरों को ज्ञापन सौंपा है जिसमें विश्वविद्यालय में छात्रों से जुड़ी जितनी भी समस्या हैं,
उन सभी समस्याओं को इस मोमेंटम के अंदर शामिल किया गया है, धरना प्रदर्शन के अंदर विस्तार से बात रखते हुए परिसर उपाध्यक्ष कामरेड *शाहबाज* *खान* ने कहा की विश्वविद्यालय में जो *ERP* सिस्टम 2013 में लाया गया उसके माध्यम से छात्रों को अनेकों फीस के नाम से लूटा जा रहा है,
उसे समय यह हवाला दिया गया कि छात्रों की सुविधा के लिए ये सिस्टम लाया गया , लेकिन आज हम देखते हैं कि यह छात्रों के लिए दुविधा हो गया है 16 करोड़ खर्च करने के बाद भी इस सिस्टम के अंदर कोई सुधार नहीं हो पा रहा है, आज भी एक छोटी सी करेक्शन के नाम पर छात्रों से₹600 फीस वसूली जा रही है इतना ही नहीं जब कोई छात्र किसी पार्टिकुलर सब्जेक्ट के अंदर फेल होता है उससे रिवैल्युएशन के नाम पर₹400 फीस वसूली जाती है और उसके बाद में उसके रिजल्ट का कोई पता नहीं की कब आयेगा की नहीं आयेगा ।
इसके अलावा इस विश्वविद्यालय के अंदर जो सेंट्रल लाइब्रेरी है उसे लाइब्रेरी के अंदर सर्दियों में इतनी ठंड बढ़ जाती है कि छात्रों को लाइब्रेरी में बैठना मुश्किल हो जाता है इसलिए एसएफआई ने अनेकों बार ये मांग की कि लाइब्रेरी में सेंटर हीटिंग सिस्टम लगाया जाए। और सेंट्रल लाइब्रेरी को 24 घंटे छात्रों के लिए खोला जाए ताकि छात्र अपने पढ़ाई में अधिक से अधिक ध्यान दे सके तथा एचडी में जो इलीगल रिक्रूटमेंट की जा रही है उसके ऊपर रोक लगाई जाए ।
आज आज एनआईआरएफ की रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का स्थान 200 से बाहर हो गया है , इसका सबसे बड़ा कारण 2020 में विश्वविद्यालय में प्रोफेसरों की इलीगल रिक्रूटमेंट और एचडी के अंदर फर्जी तरीके से अपने चाहतों को भरने से हुआ है,
इस धरने प्रदर्शन कनक्लूड करते हुए परिसर सहसचिव *कॉमरेड संतोष* ने कहा की विश्वविद्यालय में आज छात्र बहुत सारी समस्याओं से जूझ रहा है , इसका कारण 2020 के अंदर हमारी केंद्र की सरकार ने जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे देश में लागू की गए इस *NEP* जिसके माध्यम से एजुकेशन व्यापारीकरण,केंद्रीकरण ,और प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है ,छात्रों को के साथ कस्टमर जैसा बर्ताव किया जा रहा है ,और शिक्षा को वस्तु की तरह बेचा जा रहा है ,जो कतई असहनीय है,इस *NEP* के माध्यम से विश्वविद्यालय में सीबीसीएस पैटर्न को बिना किसी आधारभूत ढांचे के लागू किया गया, जिसमें छात्रों को सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 बजे तक क्लासों में बिज़ी कर दिया गया है छात्र को सेल्फ स्टडी करने के लिए बिल्कुल भी समय नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि विश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी 8:00 बजे के आसपास बंद हो जाती है, हमने आज हर *EC* मेंबर को मेमोरेंडम के माध्यम से तथा इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से छात्रों की समस्याओं से अवगत करवाया है
इसके बावजूद भी विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के हित में कोई फैसला नहीं लेता है, तो एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के तमाम छात्र समुदाय को लामबंद करते हुए एक बड़ा आन्दोलन की शुरुआत करेगी और इसकी सारी जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।