अक्स न्यूज लाइन नाहन 22 जुलाई :
डॉईट नाहन में केरियर अकादमी के अध्यापकों के लिए एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। केरियर अकादमी के प्रधानाचार्य राजेश सोलंकी जी ने बताया कि इस कार्यशाला में 6वीं से 12वीं कक्षा पढ़ाने वाले 25 अध्यापकों को क्षमता निर्माण हेतू एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारम्भ जिला परियोजना अधिकारी एवं प्रधानाचार्य डॉईट नाहन हिमांशु भारद्वाज द्वारा किया गया।
इस कार्यशाला में राज्य स्रोत व्यक्ति एवं जिला समन्वयक डॉ आई डी राही ने अपनी सिंगापूर शैक्षणिक भ्रमण के अनुभव साझा किए। उन्होंने 21वीं सदी की शैक्षणिक पैड़ागोजी के अंतर्गत एक्सप्रिएंसियल लर्निंग पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने एक्सपरियंसीयल लर्निंग क्या है? इसके कितने प्रकार और प्रविधियां और कैसे हम छात्रों को इसके माध्यम से सीखा सकते है इन सब पहलुओं पर जानकारी देते हुए व्यवहारिक गतिविधियां अध्यापकों के साथ साझा की। इसके बाद जिला समन्वयक शिवानी थापा जी ने समेकित शिक्षा के बारे में भारत सरकार और राज्य सरकार की नीतियों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समेकित शिक्षा के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा से वंचित विशेष आवश्यकता वाले छात्रों, समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को कैसे विद्यालय वातावरण की मुख्य धारा में शिक्षा से जोड़ना है और इसके लिए क्या -क्या कानूनी
प्रावधान है इन सब के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला के बाद दोपहर के सत्र में राज्य स्त्रोत व्यक्ति डॉ आई डी राही ने विद्यालय में मादक पदार्थों के सेवन की पुरे भारत, हिमाचल और सिरमौर की स्तिथि के बारे में आंकड़े प्रस्तुत कर इसके जोखिम के बारे में जानकारी दी और बताया कि इसके लिए सभी विद्यालयों में छात्रों को जागरूक करने के लिए नवचेतना मॉड्यूल 6वीं से 8वीं और 9 वीं से 12 वीं तक लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किस तरह से छात्रों में नकारात्मक पीयर दबाव से बचने के लिए न बोलने के कौशल का विकास किया जाएं और कैसे तनाव में संतुलन बनाया जा सकता है ताकि छात्र नशे से दूर रहे। बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए उन्हें स्वस्थ रहने के लिए स्वास्थ्य संबंधी आहार की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से स्वस्थ रहने के लिए गो फूड, ग्रो फूड और ग्लो फूड की जरूरत पड़ती है।
अंत में केरियर अकादमी के प्रधानाचार्य राजेश सोलंकी जी ने डॉईट प्रधानाचार्य हिमांशु भारद्वाज, स्रोत व्यक्ति डॉ आई डी राही, मैडम शिवानी थापा और कार्यशाला में उपस्थित सभी स्टॉफ का धन्यवाद कर कार्यशाला का समापन्न किया।