भुट्टो को कुट्टों, भाजपा चुनाव आयोग से करेगी शिकायत : बिंदल
अक्स न्यूज लाइन शिमला 6 अप्रैल :
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इन दिनों बहुत बौखलाहट और घबराहट में होते हुए कुछ भी बोल रहे हैं। सुक्खू ने कांग्रेस पार्टी के विधायक रहे और वर्तमान में भाजपा के प्रत्याशी देवेन्द्र भुट्टो को कुट्टों का नारा लगाकर हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को तार-तार किया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इसकी शिकायत करने चुनाव आयोग के पास जा रही हैं। शांतिपूर्वक चुनाव हिमाचल प्रदेश में संपन्न ना हो इस दृष्टि से मुख्यमंत्री का यह बयान हैं। किस तरह से जनमानस को उकसाया जा सकता है। किस तरह वातावरण को खराब किया जा सकता है और उस खराब वातावरण के अंदर लोगों को वोट के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार जिंस बुरी तरह से फेल हुई है। एक भी उपलब्धि ले करके यह जनता में नहीं जा सकते। डेढ़ साल के अंदर प्रदेश के एक भी व्यक्ति का काम इन्होंने नहीं किया। नौकरियां देने वाला संस्थान बंद कर दिया। डेढ़ साल में एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 12-14 कैबिनेट रैंक के बंदे जरूर बनाएं। परंतु सरकारी नौकरी के नाम पर एक भी नौकरी नहीं है।
डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि ऐसी सरकार ना भूतो न भविष्यति, ना पहले कभी हुई ना आगे कभी होगी। इस वर्तमान सरकार ने प्रदेश की जनता को ठगा और इनके पास जब बोलने को कुछ नहीं है तो यह सरकार दादागिरी के ऊपर उतारू हो गई। उन्होंने कहा कि इसलिए हिमाचल की जनता इस सरकार को रिजेक्ट करने जा रही हैं। भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी कांग्रेस पार्टी, भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी वर्तमान प्रदेश की सरकार दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती हैं। कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल का डेढ़ साल केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी को गाली देने में बिता दिया। संस्थान बंद करने के अलावा इस सरकार ने कुछ नहीं किया। 1500 संस्थान बंद कर दिए, 20 हजार करोड़ रूपये का कर्जा ले लिया। सड़कें बंद, डवलपमेंट बंद, पानी के काम बंद, स्कूलों और भवनों के काम बंद, अस्पताल बंद।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार जनता के बीच नहीं जा सकती यह साफ दिखाई दे रहा हैं। इस सरकार की बौखलाहट का यह नतीजा है। डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि हम जनता की अदालत में भी इसको लड़ेंगे और न्यायालय के अंदर भी इसको लड़ेंगे।