केन्द्रीय बजट में हिमाचल के लिए आर्थिक मदद मांगे जयरामः अवस्थी

अवस्थी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वर्ष, 2023 में आई आपदा के 10,000 करोड़ रुपये भी अभी तक जारी नहीं किए हैं। इसके अलावा कर्मचारियों के एनपीएस में लगभग 9000 करोड़ रुपये केन्द्र सरकार के पास पड़े हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार से यह पैसा हिमाचल प्रदेश को दिलवाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि जयराम ठाकुर दिल्ली जाकर हिमाचल प्रदेश को मिलने वाली आर्थिक मदद में रोड़ा अटकाने का काम करते हैं।
संजय अवस्थी ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार की फिजूलखर्ची के कारण प्रदेश पर आर्थिक बोझ बढ़ा। इसी कारण पिछली भाजपा सरकार ने वर्तमान सरकार को 75,000 करोड़ रुपये का ऋण और कर्मचारियों की देनदारियों के रूप में 10,000 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ विरासत में छोड़ा। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार की नीतियों के कारण आज हिमाचल प्रदेश को ऋण का मूलधन और उसका ब्याज चुकाने के लिए भी ऋण लेना पड़ रहा है। वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में जितना भी ऋण लिया है उसका 63 प्रतिशत हिस्सा पिछली सरकार द्वारा लिए गए ऋण के मूलधन और उसके ब्याज को चुकाने के लिए खर्च करना पड़ रहा है।
विधायक ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने राज्य के संसाधनों में बढ़ौतरी करने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाए, जबकि पूरे पांच साल तक डबल इंजन की सरकार का नारा दिया जाता रहा। हकीकत यह है कि डबल इंजन की सरकार के कारण हिमाचल प्रदेश डबल स्पीड से कर्ज के दलदल में फंसता चला गया और जयराम सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।
संजय अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश के लिए आय के संसाधन जुटाने पर विशेष ध्यान दे रही है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।