अंतराष्ट्रीय किक बाक्सिंग टूर्नामेंट में चिढ़गांव की बेटियों ने हासिल किया स्वर्ण पदक
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सनिका ललटवान सुपुत्री श्मशेर सिंह गांव संधाड़ी डाकघर खाबल तहसील चिढ़गांव ने लो किक माइन्स 56 किलोग्राम की श्रेणी में स्वर्ण पदक हासिल किया है। सनिका का फाइनल मैच नेपाल के खिलाड़ी के साथ खेला गया। सनिका ने जानकारी देते हुए बताया कि बचपन से चीनी फिल्में देखने का शौक था। उसमें किक बाक्सिंग होती थी। लेकिन हमारे आसपास कोई सिखाने वाला नहीं था। फिर मैंने 2016 में वुशु खेलना शुरू कर दिया और वुशु में राज्य स्तरीय खेलों में हिस्सा लिया। फिर 2018 में इंदिरा गांधी खेल परिसर शिमला में ताइक्वांडो भी सीखा। 2023 में शिलारू में आयोजित खेलो इंडिया में पहली बार किक बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद नेशनल में फोर्थ ब्रांज हासिल किया। लेकिन इस बार अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया।
दोनों खिलाड़ियों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और कोच वीरेंद्र जगिशता को दिया है।
दोनों खिलाड़ियों ने खोली चिढ़गांव में एकेडमी
सनिका और दीक्षिता पिछले 06 महीने से चिढ़गांव में हिमालयन वाॅरियर मार्शल आर्टस एकेडमी चला रही हैं। दोनों खिलाड़ियों ने जानकारी देते हुए कहा कि हमारे क्षेत्र में चिट्टा काफी फैल गया है और युवा पीढ़ी नशे की तरफ बढ़ती जा रही है। इसलिए हमने अपनी एकेडमी वहां पर खोली है ताकि स्कूली स्तर से ही बच्चों को खेलों के प्रति जोड़ पाएं और अपने क्षेत्र को नशे से बचाने में अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने सभी आभिभावकों से अपील की है कि अपने बच्चों को खेलों से जोड़े और उन्हें नशे से दूर रखने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि एकेडमी तो कहीं भी खोली जा सकती है लेकिन जिस क्षेत्र से हम आती है उस क्षेत्र के प्रति हमारा भी कोई उतरदायित्व बनता है। उस क्षेत्र में कोई भी एकेडमी नहीं थी। भले आज हमारे पास बच्चें कम हैं लेकिन धीरे-धीरे संख्या बढ़ेगी और अपने क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के लक्ष्य में सफलता मिलेगी।