कांगड़ा जिला में प्राकृतिक खेती को दिया जाएगा बढ़ावा: डीसी

उपायुक्त ने कहा कि कृषि व सम्बद्ध विभागों के अधिकारी बेहतर तालमेल बनाकर आतमा स्कीम एवं सरकार द्वारा कृषकों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन करें। उन्होंने राष्ट्रीय मिशन के तहत प्राकृतिक खेती पर होने वाले कार्य योजना की समीक्षा भी की।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना समय की आवश्यकता है जिससे किसानों की उत्पादन लागत कम होने के साथ.साथ पर्यावरण संरक्षण और मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखा जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित किया जाए और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहायता प्रदान की जाए।
बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों ने मिशन के तहत की जा रही गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। बताया गया कि जिले में किसान जागरूकता शिविर प्रशिक्षण कार्यक्रम और फील्ड डेमोंस्ट्रेशन आयोजित किए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक किसान इस पद्धति को अपनाने के लिए प्रेरित हों। प्राकृतिक खेती के तहत जीवामृतए बीजामृत और घनजीवामृत जैसी तकनीकों के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
डॉ राजकुमार परियोजना निदेशक आत्मा पालमपुर ने वित बर्ष 2024-25 व 2025-26 में आने वाली राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की कार्य योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसमें जिला कांगड़ा के 55 क्लस्टर में 2750 हैक्टेयर में 8986 किसानों पर 9 करोड़ 33 लाख कार्य योजना को जिला समिति ने पारित किया तथा आत्मा में 2025-26 होने वाले कार्य योजना को भी विस्तार से बताया और तीन करोड़ 50 लाख की कार्य योजना को जिला समिति से पारित किया।
इस अवसर पर कृषि जिला अधिकारी डॉ कुलदीप धीमान कृषि विज्ञान केंद्र से डॉ् संजय और कृषि, बागवानीए पशुपालन और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी,अमर सिंह पठानिया प्रगतिशील ब्लॉक स्तर से डॉ चंदन व शिखा रोहित संग्राय सहित किसान भी उपस्थित रहे।