कांग्रेस पार्टी को यह याद रखना चाहिए कि किस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने खुद बीबीसी पर प्रतिबन्ध लगाया था : खन्ना
शिमला, 14 फरवरी (अक्स न्यूज लाइन):-
शिमला, भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने बीबीसी के दफ्तरों पर आईटी विभाग द्वारा चल रहे 'सर्वेक्षण' के बीच कहा कि आयकर विभाग की कार्रवाई पर जिस प्रकार विपक्षी पार्टियों द्वारा राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, वह बेहद चिंताजनक है।
दुर्भाग्य से, बीबीसी का प्रोपेगंडा और कांग्रेस पार्टी का एजेंडा एक साथ मेल खाता है। कांग्रेस पार्टी को यह याद रखना चाहिए कि किस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने खुद बीबीसी पर प्रतिबन्ध लगाया था। बीबीसी रिपोर्टिंग करे, निष्पक्ष पत्रकारिता करे भारत का संविधान उन्हें यह अधिकार देता है, लेकिन पत्रकारिता की आड़ में अपना एजेंडा आगे बढ़ाये, वह बर्दाश्त नहीं।
खन्ना ने कहा कि आयकर विभाग बीबीसी कार्यालय पर कानूनी रूप से सर्वे का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि दरअसल कुछ 'वर्ग' विश्व पटल पर भारत के बढ़ते प्रभुत्व को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि विश्व पटल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत किस प्रकार आगे बढ़ रहा है। भारत वर्तमान में G20 की अध्यक्षता कर रहा है, लेकिन कई ऐसी शक्तियां कार्यरत हैं जिन्हें भारत का बढ़ता कद नहीं भा रहा।
बीबीसी को भारत में पत्रकारिता करने का पूरा अधिकार है, लेकिन उन्हें देश के कानून का पालन करना होगा। भारत में कार्यरत कोई भी एजेंसी या कंपनी हो, चाहे वह मीडिया से जुड़ी हो या फिर अन्य गतिविधियों से, उन्हें भारत में स्थापित कानून को मानना होगा, उसका पालन करना होगा। अगर कुछ गलत किया नहीं तो फिर डर कैसा, चिंता कैसी? आयकर विभाग को अपना काम करने देना चाहिए और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाना चाहिए।
खन्ना ने विभिन्न उदाहरणों का उल्लेख करते हुए बताया कि किस प्रकार अब तक बीबीसी द्वारा कथित तौर पर भारतीय भावनाओं का अपमान किया गया। बीबीसी द्वारा अपने एक कार्यक्रम में कश्मीर में सक्रिय और भारत की अखंडता को चुनौती देने वाले आतंकवादी को एक करिश्माई युवा आतंकी विशेषण से नवाजना कैसी पत्रकारिता है? बीबीसी भारत में काम कर रहे हैं लेकिन हमारे संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। पूरे विश्व में भारत अपनी सभ्यता-संस्कृति और विविधता के लिए जाना जाता है, यहाँ के त्यौहार का मजाक उड़ाते हुए बीबीसी ने एक समय होली को अपवित्र त्यौहार बताया। आखिर बीबीसी हमारे त्योहारों के बारे में क्या जानते हैं? एक अन्य रिपोर्ट में, उन्होंने यह कहते हुए हमारे आइकन और राष्ट्रपिता का अपमान करते हुए कहा कि महात्मा गांधी भारत को आजाद कराने में विफल रहे।
उन्होंने नई दिल्ली और मुंबई में बीबीसी कार्यालयों में चल रहे सर्वेक्षण पर अपनी टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर भी हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से मेरा सवाल है कि जब बीबीसी कार्यालयों में आयकर का सर्वेक्षण किसी तार्किक निष्कर्ष पर अभी नहीं पहुंचा है, तो वे किस आधार पर उन्हें क्लीन चीट देते हुए जाँच एजेंसी पर सवाल खड़े कर रही हैं? वे इंतजार क्यों नहीं कर सकते? ऐसा क्यों है कि कांग्रेस हमेशा राष्ट्र विरोधी शक्तियों के साथ खड़ी रहती है? भारत एक ऐसा है देश जो हर संगठन को देश के कानूनों के तहत काम करने का अवसर प्रदान करता है, बशर्ते उनके पास कोई छिपा हुआ एजेंडा न हो और वे देश के खिलाफ कोई जहर न उगल रहे हों।