एनएसआईसी और एनटीपीसी के प्रयासों से महिलाएं बन रही सवाबलम्बी

प्रशिक्षण में महिलाओं को बच्चों व महिलाओं के विभिन्न प्रकार के वस्त्र डिजाइन करने एंव सिलने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस अवसर पर महिलाओं द्वारा प्रशिक्षण के दौरान बनाये गए कपड़ों व उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिन्हें देख अंजुला अग्रवाल उनके हुनर की तारीफ किए बिना ना रह सकी। उन्होंने एनएसआईसी द्वारा दिए गए उत्कृष्ट प्रशिक्षण की सराहना की और इसे एनटीपीसी कोलडैम का नारी शशक्तिकरण की ओर उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया। इस दौरान प्रदीप कुमार ने सभी प्रशिक्षुओं के हुनर को सराहा और अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
समापन समारोह में एनटीपीसी द्वारा महिलाओं को सिलाई मशीन, टेलरिंग किटें एंव प्रमाण पत्र बांटे गए ताकि महिलाएं स्वरोजगार अपनाकर स्वावलंबी बनें। समारोह के दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम ने सबका मन मोह लिया। एनएसआईसी प्रबंधक लोकेश भाटिया ने बताया की कुछ महिलाओं ने प्रशिक्षण के दौरान ही घर से व्यावसायिक काम शुरू कर दिया है जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और वे पारिवारिक खर्च में भागीदारी निभा रही हैं।
प्रशिक्षण का लाभ उठाने वाली महिलाओं ने एनएसआईसी संकाय प्रियंका की प्रसंशा करते हुए बताया कि प्रशिक्षण का तरीका बहुत ही अच्छा रहा जिससे उन्हें सीखने में बहुत आसानी हुई और कपड़े सिलने का व्यवसाय अच्छे से चला सकती हैं। एनटीपीसी सामुदायिक विकास कार्यों के अंतर्गत एनएसआईसी मण्डी के माध्यम से अन्य गाँव में भी इसी तरह के निरूशुल्क प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है जोकि उन गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान एनएसआईसी समन्वयक विनय कुमार, सोमनाथ, योगेश्वरी, कोर्स संकाय प्रियंका शर्मा, प्रधान निशा शर्मा एंव प्रशिक्षु महिलायें उपस्थित रहीं।