उपमुख्यमंत्री ने फतेहपुर में किए 4 करोड़ 26 लाख की परियोजनाओं के उद्घाटन
अक़्स न्यूज लाइन, धर्मशाला----17 अगस्त
जिला कांगड़ा में निर्माणाधीन फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना का कार्य अब तेज गति से आगे बढ़ेगा। इसके निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 300 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जा चुकि है। लगभग 646 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार से भी 287 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिल गई है। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह उद्गार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि एक दशक से इस परियोजना का निर्माण कार्य लटका हुआ था। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इस मामले को लगातार केंद्र के समक्ष उठाया गया। निरंतर प्रयास और मेहनत मशक्कत के बाद इसके लिए अब केंद्र से भी बजट मंजूर हो गया है।
बकौल मुकेश अग्निहोत्री, लगभग एक दशक से लंबित इस परियोजना से सिंचाई के साथ-साथ बिजली प्रोजेक्ट का निर्माण भी प्रस्तावित है। यह परियोजना क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी। इससे जहां एक तरफ पांच हजार हेक्टेयर भूमि पर किसान खेती कर सकेंगे, वहीं इसपर बन रहे बांध से बिजली भी तैयार होगी। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत बांध व सिंचाई वितरण के लिए बन रही नहरों का निर्माण लगभग हो चुका है। इसे अलावा परियोजना के तहत निर्मित हो रहे पावर हाउस से बिना किसी अतिरिक्त खर्च के विभाग 1.88 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा।
10 करोड़ से होगा शाहनहर का पुनर्निर्माण
उपमुख्यमंत्री ने फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत शाहनहर सिंचाई परियोजना के क्षतिग्रस्त हिस्से का भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि 387.22 करोड़ रूपये की लागत से बनी शाहनहर परियोजना कांगड़ा जिले के 15 हजार 287 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाती है। यह परियोजना प्रदेश की मुख्य सिंचाई परियोजनाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आई भारी बरसात और खनन की वजह से शाहनहर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था। जिससे क्षेत्र में किसानों को सिंचाई और खेती के लिए बड़ी समस्याएं पेश आ रही हैं।
उन्होंने बताया कि शाहनहर के क्षतिग्रस्त हिस्से के पुनर्निर्माण के लिए दस करोड़ रूपये के करीब खर्चा आएगा। उपमुख्यमंत्री ने इसके लिए दस करोड़ रूपये देने की घोषणा करते हुए विभागीय अधिकारियों को जल्द से जल्द इसका काम शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सिद्धाथा और सुखाहर सिंचाई योजनाएं भी जिला कांगड़ा की अति महत्वपूर्ण परियोजनाएं है। उन्होंनें कहा कि 247 करोड़ रुपये लागत की सुखाहर सिंचाई योजना की मंजूरी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इससे जिला कांगड़ा के शाहपुर और ज्वाली के 22 गांव लाभान्वित होंगे। साथ ही सिद्धाथा नहर से 45 गांवों की कुल 3150 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी। 95 करोड़ की लागत से बनने वाली यह परियोजना भी जिला कांगड़ा के लिए वरदान साबित होगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पोंग बांध के डाउनस्ट्रीम क्षेत्र के तटीकरण की परियोजना भी केंद्र को भेजी गई है। उन्होंने कहा कि ब्यास के किनारे बसे क्षेत्रों को बाढ़ के खतरे से बचाने के लिए इस परियोजना को प्रमुखता से केंद्र से मंजूर करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भवानी सिंह पठानिया के प्रयासों से पोंग बांध पर 105 करोड़ की लागत से पर एक समानांतर पुल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इसकी स्वीकृति मिल गई है। इस पुल के बनने से क्षेत्र के लोग और गाड़ियां हर समय बिना किसी रोक-टोक के पोंग बांध को पार कर सकेंगे।
4 करोड़ 24 लाख की परियोजनाओं का उद्घाटन
अपने फतेहपुर प्रवास के दौरान उपमुख्यमंत्री ने लगभग 4 करोड़ 24 लाख रूपये की लागत से निर्मित जलशक्ति विभाग की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण कर उन्हें क्षेत्र की जनता को समर्पित किया। उन्होंने करीब 1 करोड़ 8 लाख रूपये की लागत से निर्मित उठाऊ. पेयजल योजना ठट्ठर, बलडीयां, धनेटी, देहरियां तथा 1 करोड़ 66 लाख रूपये की लागत से उठाऊ पेयजल योजना रैहन देहरी के संवर्धन कार्य का उद्घाटन किया। इन पेयजल परियोजनाओं से लगभग 7 गांवों की 25 बस्तीयों में रहने वाली 4 हजार 425 की आबादी लाभांवित होगी। इसके पश्चात मुकेश अग्निहोत्री ने 1 करोड़ 50 लाख की लागत से हुए जल भवन रैहन के नवीकरण कार्य का भी उद्घाटन कर उसे क्षेत्र को सौंपा।
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