उद्योगों को बिजली पर मिलने वाली सब्सिडी जारी रहे, कालाअम्ब चैम्बर की गुहार, उद्योगों का परिचालन हुआ मुश्किल, नेताओं व अधिकारियों के आश्वासन काम नहीं आए

अक्स न्यूज लाइन, नाहन 09 फरवरी :
चैम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री काला अम्ब ने सूबे में उद्योगों को बिजली के यूनिट्स में पर दी जाने वाली सब्सिडी को बहाल करने की गुहार लगाई है। चैम्बर ने बिजली के लगातार बढ़ती लागत पर चिंता भी जताई है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष दीपन गर्ग ने कहा कि प्रदेश बिजली उत्पादक राज्य है और सस्ती बिजली के लिए जाना जाता था। कम लागत वाली बिजली उपलब्ध होने से यहां निवेशक आए थे। पिछले दो वर्षों में सरकार ने बिजली सब्सिडी वापस ले ली और बिजली शुल्क में वृद्धि की है।
गर्ग ने कहा कि प्रति यूनिट 10 पैसे दूध उपकर और दो रुपये 10 पैसे पर्यावरण उपकर जैसे नए शुल्क लगा दिए हैं। इन परिवर्तनों के कारण बिजली की लागत में लगभग 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह एचपीएसईबीएल के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है। उन्होंने कहा कि बिजली दरें बढ़ने से उद्योगों को
दीपन गर्ग ने कहा किअधिक पैसा खर्च करना पड़ रहा है। इससे राज्य में उद्योग परिचालन को बनाए रखना या विस्तार करना मुश्किल हो गया है। अधिकारियों से बार-बार अपील करने और राजनीतिक नेताओं से चर्चा के बावजूद उद्यमियों को कोई राहत नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि बिजली सभी उद्योगों के लिए एक प्रमुख आवश्यकता है। इस्पात, कपड़ा और अन्य बिजली गहन उद्योगों में बिजली की लागत उत्पादन के खर्च का लगभग आधा हिस्सा है।
दीपन गर्ग ने कहा कि राज्य में उद्योग लगभग लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रहे हैं और राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। लिहाजा, उद्योगों पर बढ़ रहे आर्थिक बोझ के मद्देनजर संगठन बिजली शुल्क वृद्धि को तत्काल वापस लेने के साथ-साथ दूध और पर्यावरण उपकर हटाने की इस्पात उद्योग की मांग का पुरजोर समर्थन करता