आयकर चुकाने के मामले में बुजुर्ग सबसे अव्वल...
मीडिया रिर्पोट के मुताबिक देश के वरिष्ठ नागरिकों ने वित्त वर्ष 2022- 2023 में एक लाख करोड़ से भी ज्यादा का आयकर भरा है। आयकर चुकाने का यह अंकड़ा पिछले बार से 35.5 प्रतिशत अधिक रिर्पोट हुआ है। जानकारी के मुताबिक 2021-22 में वरिष्ठ नागरिकों के आयकर संग्रह में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। 2019-20 में कोरोना से पहले के सालों की तुलना में इस बार वरिष्ठ नागरिकों का आयकर संग्रह में योगदान 61 प्रतिशत से ज्यादा है। 2022-23 में आयकर संग्रह अनुमान से 17 प्रतिशत ज्यादा रहा है। रिर्पोट के मुताबिक 16.61 लाख करोड़ के कर संग्रह में 24 प्रतिशत का हिस्सा देश में व्यक्तिगत करदाताओं का रहा है।
विशेषज्ञों की माने तो वरिष्ठ नागरिकों द्वारा ज्यादा आयकर देने के पीछे कई वजह हैं। वन रैंक-वन पेंशन के तहत सेवानिवृत्त सैनिकों को करीब 57 हजार करोड़ रुपए एरियर मिला। कैपिटल गेन व डिविडेंड टैक्स में बढ़ोतरी और शेयर बाजार में तेजी भी बड़े कारण माने गए है। विशेषज्ञ कहते हैं कि बड़ी टैक्स देनदारियों से बचने के लिए बच्चे अपने माता-पिता के नाम पर निवेश कर रहे हैं। इस वजह से भी वरिष्ठ नागरिकों का आयकर का सर्कल बढ़ा है।