आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखना है तो पृथ्वी को बचाना होगा , हिमालयन इंस्टीट्यूट में गो-ग्रीन की पहल ......

आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखना है तो पृथ्वी को बचाना होगा , हिमालयन इंस्टीट्यूट में गो-ग्रीन की पहल ......

 अक्स न्यूज लाइन ..नाहन 25 अप्रैल  2023
 पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। कालाअंब में हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में  छात्रों को प्रकृति माता के प्रति उनके कर्तव्यों की याद दिलाने के लिए पृथ्वी दिवस मनाया। पर्यावरण शिक्षा के रूप में पूरे संस्थान के समुदाय को इसमें शामिल करने के लिए गो-ग्रीन की पहल की गई। छात्रों के लिए पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग , जल संरक्षण और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए नवीन विचार रखने जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। 
छात्रों ने बड़े उत्साह और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना के साथ इन आयोजनों में भाग लिया। पोस्टर मेकिंग में शगुन ने पहला, पलक ने दूसरा और अनुष्का ने तीसरा स्थान हासिल किया। स्लोगन राइटिंग में मुस्कान ने पहला , मुस्कान रंगरा ने दूसरा और अनुष्का ने तीसरा स्थान हासिल किया। छात्रों ने अपने पोस्टर और नारों की मदद से पर्यावरण के प्राकृतिक संसाधनों के क्षरण के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की और पर्यावरण की स्थिरता के लिए निवासियों के लिए मजबूत संदेश दिया। 
कंप्यटर विज्ञान के विभागाध्यक्ष चेतन अग्रवाल ने छात्रों को प्लास्टिक के उपयोग को कम से कम करने और 3-आर नियमों यानी रीसायकल , पुन: उपयोग और कम करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रो. वाई एन शर्मा ने इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग पर प्रकाश डाला और गो-ग्रीन अवधारणा का समर्थन किया। उन्होंने बीटेक प्रथम वर्ष की मुस्कान द्वारा लिखे गए नो प्लैनेट बी स्लोगन की भी सराहना की। 
इंजीनियरिंग विभाग के निदेशक डॉ. हरीश महेंद्रू ने छात्रों को उनके प्रयासों और भागीदारी के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि चूंकि पृथ्वी पर रहने वाले लोगों की तुलना में पृथ्वी को प्यार करने और उसकी देखभाल करने वालों की संख्या बहुत कम है, इसलिए पृथ्वी प्रेमियों के कंधों पर हमारी भावी पीढ़ी के स्वस्थ रहने के लिए पृथ्वी को बचाने और उसकी रक्षा करने की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रतिभागियों व विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
 


राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा 24 अप्रैल से 06 मई, 2023 तक परिचय अभ्यास आयोजित किया जाएगा.......
जिला किन्नौर के तीनों विकास खण्डों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा प्राकृतिक एवं मानवजनिक आपदाओं के समय त्वरित सहायता पहुंचाने के दृष्टिगत 24 अप्रैल से 06 मई, 2023 तक परिचय अभ्यास आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त किन्नौर तोरूल एस रवीश ने दी।
उन्होंने कहा कि इस परिचय अभ्यास का उद्देश्य जिला किन्नौर में आपदा के समय त्वरित राहत प्रदान करने के लिए सभी आवश्यकताओं को समय रहते पूर्ण करने के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों एवं अन्य को आपदा के समय किए जाने वाले कार्यों से अवगत करवना है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए हमें हमेशा तैयार रहना आवश्यक है क्योंकि आपदा का समय एवं स्थान कभी निश्चित नहीं होता तथा जिला प्रशासन सभी के सहयोग से इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
उपायुक्त तोरूल एस रवीश ने बताया कि एनडीआरएफ का यह दल 24 अप्रैल से 06 मई, 2023 तक किन्नौर जिला का सघन दौरा कर रहा है। इस दौरान वह जिला के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित उद्योगों, अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों, महत्वपूर्ण भवनों, सड़कों और पुलों इत्यादि की पहचान कर आपदा के समय त्वरित राहत कार्यों, उपकरणों एवं भौगोलिक परिस्थितियों का आंकलन करेगा।
उन्होंने बताया कि आज एनडीआरएफ के दल ने जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तांगलिंग में आपदा की स्थिति में किए जाने वाले राहत कार्यों की तैयारियों को और अधिक मजबूत बनाने के दृष्टिगत अभिज्ञता अभ्यास किया तथा उपस्थित अध्यापकों, विद्यार्थियों व अन्य को आपदा के समय बरती जाने वाली सावधानियों और कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
एनडीआरएफ के दल द्वारा 26 अप्रैल को जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पांगी, 27 अप्रैल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा, 28 अप्रैल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कानम, 29 अप्रैल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रारंग, 30 अप्रैल को शलखर, लियो व चांगो में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, 01 मई को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ज्ञाबुंग, 02 मई को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लिप्पा, 03 मई को निचार स्थित रमेश हाईड्रो इलैक्ट्रिक प्रोजेक्ट, 04 मई को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उरनी व निगुलसरी तथा 05 मई को निगुलसरी स्थित राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 में भू-स्खंलन स्थल में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए परिचय अभ्यास किया जाएगा।
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