मोनिका शर्मा: सुर ताल है जिसके जीवन का लक्ष्य ने -सुरों की मल्लिका से कम नहीं

मोनिका शर्मा: सुर ताल है जिसके जीवन का लक्ष्य ने -सुरों की मल्लिका से कम नहीं
नाहन, 9 फरवरी (अक्स न्यूज लाइन):- जिस व्यक्ति पर वीणा वादिनी सरस्वती मां की कृपा होती है उसके लिए संगीत जीवन एक आधार बन जाता है। यह कहावत सुरों की मल्लिका मोनिका शर्मा पर चरितार्थ होती है जिसने शास्त्रीय संगीत के अतिरिक्त गजल व पहाड़ी गायन में छोटी उम्र ही प्रदेश में एक अपनी अलग पहचान बना ली है । मोनिका शर्मा ने सिरमौर ही नहीं अपितु प्रदेश के प्रसिद्ध मेले व त्यौहारों के अतिरिक्त पड़ोस़ी राज्य उत्तराखंड में अपनी सुरीली आवाज का जादू का धमाल मचा चुकी है । उभरती कलाकारा मोनिका की दो अनूठी ट्रेक साजना और गीतमाला यू टयूब पर लाखों लोगों की पंसद बन चुकी है । मोनिका शर्मा का जन्म सिरमौर जिला के शिलाई क्षेत्र के गांव भटोड़ी में महेन्द्र सिह के घर हुआ है। बाल्यकाल से ही मोनिका नाहन में अपने चाचा चाची के साथ रहती है ंजहां पर इनकी संपूर्ण शिक्षा नाहन में ही संपन्न हुई है। बचपन से ही संगीत में रुचि होने के कारण इनका संगीत से बहुत जुड़ाव रहा है । शिक्षा ग्रहण करने के दौरान मोनिका नाहन में आयोजित होने वाले गणतंत्र ए स्वतंत्रता और हिमाचल दिवस के उपलक्ष्य के पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढचढ़ कर भाग लेती थी । शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओं में सदैव प्रथम स्थान ही प्राप्त करती थी । स्कूल समय के दौरान मोनिका को संगीत के क्षेत्र में अनेक पुरस्कार भी प्राप्त हुए । संगीत की शिक्षा में मोनिका प्रसिद्व संगीतकार धर्मदत सहगल को अपना गुरू मानती है जिनके चरणों में इन्होने रागए गजल और पहाड़ी गीतों को ताल स्वर पर गाने का अभ्यास किया गया । मोनिका ने स्नातक की उपाधि डॉ यशवंत सिंह परमार राजकीय महाविद्यालय नाहन से ही संगीत में पूर्ण की। इसके पश्चात संगीत क्षेत्र में ही अपने भविष्य को संवारने के लक्ष्य से मोनिका ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संगीत में मास्टर डिग्री हासिल की है। जिसमें शास्त्रीय संगीत के अतिरिक्त पहाड़ी लोकगीतों पर विशेष तौर पर फोकस किया गया है ताकि प्रदेश के पारंपरिक गीतों का संरक्षण किया जा सके । मोनिका इन दिनों मोनिका नेटए यूजीसी ओर जेआरएफ करने की तैयारी जुटी है । मोनिका बचपन से ही जिला स्तरीयए राज्य स्तरीय मेलों व त्योहारोंए श्री रेणुका जी अंतर्राष्ट्रीय मेला सिरमौरए सिरमौर लोक उत्सव नाहनए शरद महोत्सवए होली महोत्सव पांवटा साहिबए ग्रीष्मोत्सव शिमलाए व हिमाचल और उत्तराखंड के कई बड़े मंचो और त्योहारोंं की सांस्कृतिक संध्याओं में धमाल मचा चुकी है । बता दें कि हाल ही में मोनिका की यूटयूब पर पहाड़ी नॉन स्टॉप गीतमाला रिलीज हुई है जिसमें शिलाई क्षेत्र के दो अन्य उभरते कलाकार शुभम शर्मा और किरनेश पुंडीर ने गीत गाए है । इसके पहले भी शुभमए मोनिका और किरनेश के बहुत से गाने जैसे मेरे साजनाए औतरुएए ओ नूपिएए भदरी ए जानकी को रासोए आदि सिरमौर के सदाबहार 57 गाने यूट्यूब चैनल हिल्ल मिलोडीस पर उपलब्ध है जिन्हें लोगों द्वारा बहुत पसंद किया है । एक साक्षातकार में मोनिका ने बताया कि वह संगीत के प्रति समर्पित है प्रतिदिन दो बार प्रात: और सांय को एक.एक घंटा रियाज करती है । बताया कि वह संगीत में पीएचडी करना चाहती है जिसमें हिमाचल प्रदेश व विशेषतौर पर सिरमौर जनपद में गाए जाने वाले पारंपरिक गीतों पर रिसर्च करना चाहती है ताकि प्रदेश की संस्कृति को गीत व संगीत के माध्यम से ऊंचाईयों तक ले जा सकंू । मोनिका अपनी सफलता का श्रेय अपने माता.पिता और चाचा चाची तथा संगीत गुरू धर्मदत सहगल को देती है जिनके मार्गदर्शन से वह संगीत के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रही है ।