हिमालयन लॉ कॉलेज में महिलाओं के यौन उत्पीडऩ पर हुई चर्चा,
अक़्स न्यूज लाइन, नाहन -- 24 अगस्त
हिमालयन ग्रुप के कॉलेज ऑफ लॉ कालाअंब ने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीडऩ विषय पर एक सह चर्चा का आयोजन किया। इस अवसर पर शिल्पा ठाकुर सहायक प्रोफेसर हिमाचल प्रदेश कॉलेज ऑफ लॉ ने सत्र की शुरुआत की। कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर डॉ अश्वनी कुमार ने पेशेवर वातावरण में यौन उत्पीडऩ विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता और शिक्षा की आवश्यकता है। कार्यस्थल सभी के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक हो, विशेषकर महिलाओं के लिए जो अक्सर इस तरह के कदाचार का निशाना बनती हैं।
शिल्पा ठाकुर, सहायक प्रोफेसर ने कानूनी परिभाषाओं और व्यावहारिक उदाहरणों का हवाला देते हुए यौन उत्पीडऩ को परिभाषित करके शुरुआत की। उन्होंने बताया कि यौन उत्पीडऩ में अवांछित टिप्पणियों और इशारों से लेकर शारीरिक हरकतों तक कई तरह के व्यवहार शामिल हैं। बदले में उत्पीडऩऔर शत्रुतापूर्ण कार्य वातावरण के बीच अंतर भी स्पष्ट किया गया। व्याख्यान में विभिन्न कानूनों के तहत महिलाओं के लिए उपलब्ध कानूनी सुरक्षा पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर हिमालयन गु्रप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन रजनीश बंसल ने कहा कि इस तरह के कृत्य समाज के लिए पाप हैं और महिलाओं जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। उन्होंने पीडि़तों पर यौन उत्पीडऩ के मनोवैज्ञानिक और व्यावसायिक प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कानून विभाग हमेशा छात्रों के लिए व्याख्यान आयोजित करता है ताकि वे अपने कानूनी अध्ययन में अधिकतम विस्तार प्राप्त कर सके। इस व्याख्यान के दौरान सहायक प्रोफेसर मनीषा,श्वेता,अनूपा,जसदीप, गायत्री उपस्थित रहे।