हिमाचल लगातार विकास के पथ पर अग्रसर... 25 जनवरी प्रदेश के लिए सौभाग्यशाली......लेख डॉ राजीव बिंदल
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला --24 जनवरी
25 जनवरी हिमाचल प्रदेश के लिए सौभाग्यशाली दिन है जिस दिन प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ। प्रदेशवासियों को इस शुभ दिन की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
यह अत्यंत आनंद का विषय है कि हिमाचल लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है। शिक्षा का विकास, स्वास्थ्य का विकास, पेयजल सुविधाओं का विकास, सड़कों का विकास, बिजली का विकास, मूलभूत सुविधाआंे का विकास इन सब मामलो में हिमाचल प्रदेश ने आशातीत प्रगति की है। पहाड़ी राज्य, कठिन जिंदगी, दूर-दराज में बसे हुए गांव, मौसम की विषम स्थितियों के बावजूद भी कृषि, बागवानी एवं पशुधन का आशानुरूप विकास हुआ है। प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री, हिमाचल निर्माता डाॅ. यशवंत सिंह परमार जी ने प्रदेश के विकास की दिशा का निर्धारण किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री के रूप में स्व0 श्री रामलाल ठाकुर जी, स्व0 श्री वीरभद्र सिंह जी, प्रो0 प्रेम कुमार धूमल जी, श्री शांता कुमार जी व श्री जयराम ठाकुर जी ने अपने-अपने कार्यकाल में प्रदेश को आगे ले जाने के लिए सक्षम प्रयास किए। प्र्रो0 प्रेम कुमार धूमल जी ने अपने कार्यकाल में सड़कों वाले मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए तो श्री शांता कुमार जी पानी वाले मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए और श्री जयराम ठाकुर जी सेवा के साथ जुड़े कार्यों को आगे बढ़ाने वाले मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए।
कुछ विशिष्ट योजनाओं के कारण प्रदेश तीव्र गति से आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। दशकों पहले यह चिन्तन हुआ करता था कि क्या हिमाचल का दूर-दराज क्षेत्र लाहौल कभी टनल से भी जुड़ सकता है ? वह स्वप्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कारण व श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के प्रयासों से पूर्ण हुआ और मोदी जी द्वारा अटल टनल रोहतांग का लोकार्पण हुआ जिससे लद्दाख तक के क्षेत्र का भाग्योदय हुआ।
कीरतपुर से मनाली के लिए बन रहा फोरलेन हाईवे दुनिया के अजूबे की तरह दिखाई देता है। जहां पहाड़ों की छाती को चीरकर कई-कई किलोमीटर लम्बी टनल्स बनाकर, गोविन्द सागर के उपर लम्बे-लम्बे पुल बनाकर पहाड़ों की दूरियों को समाप्त कर डाला। यह केवल और केवल श्री नरेन्द्र भाई मोदी के प्रयासों से संभव हो रहा है।
वोे रास्ता जो कभी खत्म होने का नाम नहीं लेता था, शुरू होते ही लक्ष्य पर पहुंचता हुआ दिखाई देता है। यह है बदलता हुआ हिमाचल। कालक-शिमला-ढली फोरलेन नेशनल हाईवे, पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन नेशनल हाईवे, कीरतपुर-मनाली फोरलेन नेशनल हाईवे, पठानकोट-मण्डी फोरलेन नेशनल हाईवे व कांगड़ा-शिमला फोरलेन नेशनल हाईवे इन सबका निर्माण पूर्ण होते ही हिमाचल प्रदेश का सम्पूर्ण परिदृश्य बदलने वाला है। जहां दिनों की दूरियां घंटों में और घंटों की दूरियां मिनटों में तय होंगी।
लगभग 42000 करोड़ रू0 श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा इन फोरलेन नेशनल हाईवे के निर्माण पर व्यय किया जा रहा है। इतना ही नहीं देहरादून-पांवटा साहिब, चंडीगढ़-कालाआम-नाहन, कुमारहट्टी-नाहन-दो- सड़का इन सभी फोरलेन नेशनल हाईवे निर्माण के सर्वेक्षण केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। सड़कों के इस जाल को गांव तक जोड़ने के लिए केन्द्र द्वारा हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से धनराशि उपलब्ध करवाकर गांव-गांव को जोड़ने का काम चल रहा है।
हिमाचल की भाग्य रेखाएं सड़कें हैं, इसमे कोई दो राय नहीं परन्तु असंभव दिखाई देने वाला रेल विस्तार भी हिमाचल में अपनी जड़े जमाने लगा है। ऊना रेल लाईन बढ़ते हुए बिलासपुर पहुंचते हुए दिखाई दे रही है और वह समय अब आने वाला है जब लेह-लद्दाख तक रेल लाईन वास्तविकता में बदलेगी। वंदेभारत ट्रेन की हिमाचल में ऐन्ट्री ने एक नया रास्त खोल दिया है।
मूलभूत ढांचा विस्तार नए हिमाचल को विकसित करेगा। एक बार पुनः पूर्ण राज्य दिवस की हार्दिक बधाई।