हिमाचल कल्याण सभा का बार्षिक समारोह आगामी पांच नवम्बर को नई दिल्ली में
अक़्स न्यूज लाइन, शिमला, 01, नवम्बर
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बसे हिमाचलियों के शीर्ष संगठन हिमाचल कल्याण सभा नई दिल्ली का 51 बा बार्षिक समारोह और हिमाचली मेला आगामी पांच नवम्बर को गृह कल्याण केन्द्र लक्ष्मी बाई नगर नई दिल्ली में आयोजित किया जायेगा। हिमाचल कल्याण सभा के लीगल एडवाइजर श्री शशी ठाकुर ने बताया की इस समारोह का सुभारम्भ हिमाचली देव परम्पराओ के अनुरूप सुबह 10 . 30 मिनट से हवन और पूजा से किया जायेगा जिसके माध्यम से इस बर्ष प्राकृतिक आपदाओं में जान गबाने बाले लोगों की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की जाएगी और भविष्य में हिमाचल प्रदेश की आर्थिक तरक्की और खुशहाली के लिए प्रार्थना की जाएगी /
उन्होंने बताया की देश की राजधानी में पहाड़ी सांस्कृति की बढ़ाबा देने के लिए दिल्ली में बसे हिमाचली परिबारों के बच्चों द्वारा हिमाचली लोक गीतों और नाटी ,गिद्दा आदि की रंगा रंग प्रस्तुति की जाएगी / उन्होंने बताया की कार्यक्रम में हिमाचल के लोक कलाकारों द्वारा भी रंगा रंग प्रस्तुति दी जाएगी /
लीगल एडवाइजर शशी ठाकुर ने बताया की इस आयोजन में भाग लेने बालों को बिशुद्ध हिमाचली पकबान परोसे जायेंगे जिसके लिए खाद्य समाग्री और बोटी हिमाचल से विशेष रूप से बुलाये गए हैं /
उन्होंने बताया की इस समारोह में हिमाचली परिवारों को अपने बेटे , बेटियों को पहाड़ी मूल के बैबाहिक रिश्ते ढूंढ़ने के लिए एक पंजीकरण डेस्क स्थापित किया जायेगा जिसमे पण्डित के माध्यम से स्थल पर ही कुण्डलियों का मिलान और परिवारों का मिलन आयोजित किया जायेगा /
उन्होंने बताया की इस समारोह में हिमाचल के मुख्य मंत्री श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है जबकि केंद्रीय मन्त्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर को समारोह की अध्यक्षता के लिए आमन्त्रित किया गया है।
उन्होंने बताया इस समारोह में गरीब परिबारों के हिमाचल मूल के प्रतिभाशाली छात्रों को मेरिट आधारित स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी तथा इसके अतिरिक्त अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भाग लेने बाले हिमाचली खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जायेगा । उन्होंने बताया की बिभिन्न कारणों से दिल्ली में आने बाले हिमाचलियों की मदद करने बाले दानबीरों को भी सम्मानित किया जायेगा
। उन्होंने बताया की इस अबसर दिल्ली में बसे हिमाचली बच्चों द्वारा हिमाचली पहाड़ी लोक गीतों पर आधारित एक प्रतिस्पर्धा का आयोजन भी किया जायेगा