हिमाचली लेखक डॉक्टर पुनीत गुप्ता ने केन्द्रीय मन्त्री गजेंद्र सिंह शेखावत को अपनी पुस्तक भेंट की

डॉक्टर पुनीत गुप्ता ने अपनी किताब में हड़प्पा सभ्यता के दौरान लिखी गई पांडुलिपियों के रहस्य को उजागर किया है।
उन्होंने पाया की हड़प्पा सभ्यता लगभग 8000 साल पुरानी है और यह सभ्यता सिंधु नदी के किनारे विकसित हुई /हड़प्पा सभ्यता मिस्र और मेसोपोटामिया सभ्यता से भी पुरानी है।
हड़प्पा सभ्यता के दौरान लगभग 10 लाख किलोमीटर क्षेत्र में एक पाण्डुलिपि और एक जैसे वेइन्स सिस्टम विद्यमान था। हड़प्पा सभ्यता की पाण्डुलिपि को भारत ,पाकिस्तान , अफ़ग़ानिस्तान ,ईरान ,इराक , सऊदी अरब ,ओमान ,यमन सहित विश्व के बड़े हिस्से में प्रयोग किया जाता रहा है।
इस समय की अरबी हस्तलिपि तत्कालीन सिंधु हस्तलिपि से काफी मिलती जुलती है। आधुनिक कोरिया ,थाई , तिब्बती , तेलगु ,कन्नड़ आदि हस्तलिपियाँ हड़प्पा सभ्यता की पांडुलिपियों से काफी समानता रखती हैं