हाटी के मामले में कांग्रेस को राजनीति से बाज़ आना चाहिए संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद बिल को मिल चुकी है राष्ट्रपति की मंज़ूरी : जयराम ठाकुर

हाटी के मामले में कांग्रेस को राजनीति से बाज़ आना चाहिए  संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद बिल को मिल चुकी है राष्ट्रपति की मंज़ूरी : जयराम ठाकुर

अक़्स न्यूज लाइन, नाहन--26 दिसंबर
 नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दे देना चाहिए। जो बिल राज्यसभा, लोकसभा से पारित होने और राष्ट्रपति की मंज़ूरी मिलने के बाद एक क़ानून बन चुका है, उसे लटकाने का क्या फ़ायदा। कांग्रेस को अब इस मामले पर राजनीति से बाज़ आना चाहिए। क्योंकि कुछ विषय राजनीति से हटकर होते हैं और उन पर किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने यह बातें पावंटा साहिब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। इस मौक़े पर स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी और बीजेपी नेता बलदेव तोमर भी उनके साथ थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब यह स्वीकार कर लेना चाहिए और सहयोग करना चाहिए। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो भी तकनीकी विषय सामने लाए गए हैं, जिनके बारे में कांग्रेस सरकार द्वारा प्रश्न खड़ा करने का प्रयास किया गया है। उन मसलों पर मैंने स्वयं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी बात की है। जिससे किसी भी प्रकार का कोई संदेह न रह जाए। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट भी कुछ बच्चे इस मामले में गए थे। उन्हें प्रोविजनल प्रमाणपत्र देकर माननीय हाई कोर्ट ने भी स्थिति स्पष्ट कर दी है। इसलिए अब कांग्रेस को राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। कांग्रेस वर्तमान में समाज में जिस तरह से विभाजन पैदा करना चाहती है। वह किसी भी दृष्टि से सही नहीं है। उन्होंने कहा कि काफ़ी समय हो गया और अभी तक युवा प्रमाणपत्र का इंतज़ार कर रहे हैं। आने वाले समय में एडमिशन के लिए लोगों को प्रमाणपत्रों की आवश्यकता पड़ेगी। लोगों का एक साल बर्बाद हो जाएगा। ऐसे में सरकार से सही मंशा से काम करने की अपेक्षा है। जिससे हाटी समुदाय के वंचित लोगों को भी लाभ मिल सके। 

पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने विधान सभा के शीतकालीन सत्र के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक दल ने कांग्रेस की हर झूठी गारंटी पर सवाल उठाए।  उन्होंने कहा कि हर दिन सुबह 10 से 11 बजे तक हमने लोकतांत्रिक तरीक़े से सदन के बाहर जनता की आवाज़ उठाई। सदन के अंदर हमने मुद्दे उठाए। क़ानून व्यवस्था, नशे और स्वास्थ्य के मुद्दों पर सदन में चर्चा हुई। हालाँकि हमें समय कम मिला। सरकार भी जवाब देने में असहज रही। हम प्रदेश के हर व्यक्ति की आवाज़ को सड़क से लेकर सदन तक आवाज़ उठाते रहेंगे। 

पूरी सरकार के दिल्ली तालाब होने का मतलब सब कुछ ठीक नहीं

पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि  कांग्रेस आलाकमान ने पूरे मंत्रिमंडल को ही दिल्ली तलब कर लिया है तो इससे सहज ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। यह कांग्रेस का निजी मामला है। अतः इस मामले में टिप्पणी करने का कोई औचित्य नहीं है।