श्वेतपत्र ने यूपीए के कुप्रबंधन की खोली पोल : जयराम ठाकुर
अक़्स न्यूज लाइन, मंडी -11 फरवरी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में ओबीसी समुदाय से जुड़े परिवारों के उत्थान हेतु ऐतिहासिक योजनाओं की शुरुआत हुई है। इन योजनाओं से देश के करोड़ों परिवारों को लाभ प्राप्त हो रहा है। मुझे विश्वास है कि इन महत्वपूर्ण योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने हेतु भाजपा ओबीसी मोर्चा के सभी साथी पूरी निष्ठा के साथ कार्य करेंगे। पंडोह में आयोजित सराज भाजपा मंडल ओबीसी मोर्चा की बैठक में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में केंद्र सरकार ने दस वर्षों में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं जिसके चलते आज हम दावे के साथ कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हर वर्ग के चहेते नेता बन चुके हैं। जनता उन्हें तीसरी बार फिर देश की कमान सौंपने का पूरा मन बना चुकी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस देश में पचास वर्षों से अधिक समय तक राज किया लेकिन इतनी लोकप्रियता इनकी किसी नेता की नहीं रही है। आज कांग्रेस पार्टी के नेता अहंकार में डूब चुके हैं और इनके नेताओं पर जनता ने विश्वास करना छोड़ दिया है। 2014 से पहले के इनके मात्र पिछले दस वर्षों की बात की जाए तो इनका कार्यकाल महा घोटालों के लिए जाना जाएगा जबकि एनडीए की हमारी सरकार के 2014 के बाद दस वर्षों में एक भी उंगली तक नहीं उठी।
उन्होंने कहा कि भाजपा का श्वेत पत्र 2004 से लेकर 2014 तक रही यूपीए सरकार की कार्यशाली का एक नमूना है। 2004 में देश की प्रगति ठीक चल रही थी और आर्थिक स्थिति भी ठीक थी, परंतु मनमोहन सिंह सरकार में जिस प्रकार का मिस मैनेजमेंट हुआ है उसके कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति लगातार गिरती चली गई। महंगाई दर बढ़ती चली गई और प्रोडक्टिविटी घटती चली गई। भारत 2014 में ऐसी स्तिथि में आकर खड़ा हुआ था कि जब हमारा भारत घोटालों के लिए पहचाना जाने लगा था। यूपीए कार्यकाल में 15 बड़े-बड़े 20 लाख करोड़ रुपए के घोटाले हुए। करोड़ों के इन घोटालों से देश की आर्थिक स्थिति खराब हुई और देश की छवि भी लगातार गिरी।
2014 के बाद उस स्थिति को संभालने का काम नरेंद्र भाई मोदी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि मंहगाई दर की तुलना करें तो कांग्रेस शासन में 2004 से 2014 में महंगाई दर 8.2 पर्सेंट थी और जो लगातार प्रयास के बाद पिछले 10 सालों में 5% के ऊपर लाकर खड़ी की है । इसी प्रकार जो ओवरऑल जीडीपी थी वह 8% थी । 2 साल कोविड होने के बावजूद जो विकास दर है उसको 8.7 % के ऊपर लाकर खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बजट का पूंजीगत निवेश कांग्रेस शासन में केवल 16 % था अर्थात इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए विकास के लिए जो राशि थी वह केवल 16% थी और मोदी सरकार ने उसको बढ़ा करके 28 के ऊपर पहुंचाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने पिछली सरकार द्वारा छोड़ी गई चुनौतियों पर सफलतापूर्वक काबू पाया है।
उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि मनमोहन सिंह सरकार के दस साल का कार्यकाल आर्थिक कुप्रबंधन, वित्तीय अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार का कालखंड था। तब हमने खराब स्थिति पर श्वेत पत्र लाने से परहेज किया। अगर तब ऐसा किया होता तो निवेशकों समेत कई लोगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता और इससे आर्थिक व्यवस्था पर असर पड़ता।