"एक भारत ,श्रेष्ठ भारत " शैक्षणिक भ्रमण पर जुगाड़बाजी भारी

"एक भारत ,श्रेष्ठ भारत " शैक्षणिक भ्रमण पर जुगाड़बाजी भारी

अक्स न्यूज लाइन नाहन 19 जनवरी : 

केंद्र सरकार की पहल पर चलाए जा रहे "एक भारत, श्रेष्ठ भारत " कार्यक्रम के तहत हिमाचल प्रदेश से शैक्षणिक मेरिट, राष्ट्रीय सेवा योजना अथवा राष्ट्रीय कैडेट कोर में बहत्तर प्रदर्शन करने वाली 85 छात्राओं तथा 36 छात्रों का चयन केरल राज्य के लिए शैक्षणिक भ्रमण के लिए हुआ है।जिसमें जिला सिरमौर की 15 छात्राएं तथा 3 छात्र है।

हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने इस विषय पर कुछ बिंदुओं पर अपने सुझाव तथा आपत्ति  जिला परियोजना अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम समन्वयक के ध्यान में लाई परंतु उन्होंने स्पष्ट किया कि उक्त कार्यक्रम का सम्पूर्ण आयोजन राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय से हो रहा है अतः प्रवक्ता संघ ने परियोजना निदेशक को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि यद्यपि  अन्य अभी संबंधित जिलों से विद्यार्थियों को चंडीगढ़ तक जाने के लिए विशेष बसों की व्यवस्था की गई है तथापि  जिला सिरमौर के दूर दराज के क्षेत्रों के विद्यार्थियों को अभिभावकों के खर्च तथा  सोलन तक सुरक्षित  पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं और सोलन से बस के देर शाम जाने की संभावना है। फलस्वरूप बच्चों के अभिभावकों को निश्चित रूप से बच्चों को छोड़ने तथा वापिस लाने के लिए दो- दो दिनों तक अपने खर्च पर ही सोलन ठहरना पड़ेगा जिसका अतिरिक्त बोझ अभिभावकों को सहन करना है ।

प्रवक्ता संघ ने मांग की कि राज्य सरकार द्वारा विद्यार्थियों को घर से ले जाने तथा घर तक वापिस लाने का सम्पूर्ण  खर्च विभाग द्वारा वहन किया जाना चाहिए जैसा खेल कूद सहित एवं अन्य सभी गतिविधियों में होता है तथा  सिरमौर से  अन्य जिलों की भांति  एक विशेष बस का प्रावधान दिल्ली अथवा चंडीगढ़ तक होना चाहिए। प्रवक्ता संघ ने सरकारी नियमों का हवाला देते हुए कहा  कि किसी भी सरकारी  गतिविधि में भाग लेने वाली छात्राओं के साथ महिला शिक्षिका का होना अत्यंत अनिवार्य हैं जबकि जिला सिरमौर से 80% से अधिक छात्राएं इस कार्यक्रम में भाग ले रही हैं और आश्चर्य है कि  एक भी महिला शिक्षिका को जिला से नही भेजा जा रहा है।

प्रवक्ता संघ जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुंडीर ने इस गतिविधि में एक भी प्रवक्ता को न  भेजे जाने पर  भी अपनी कड़ी  आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि  जिला सिरमौर  से जाने वाले शत प्रतिशत विद्यार्थी 10+1 तथा 10+2  कक्षाओं के है जिनका शिक्षण तथा  प्रशिक्षण कार्य प्रवक्ताओं द्वारा किया जाता है अतः इस भ्रमण हेतु  प्रवक्ताओं को निश्चित रूप से लिया जाना चाहिए था तथा गुणवत्ता वा वरीयता को नजरअंदाज कर जुगाड़ बाजी की इस व्यवस्था  को जड़ से मुक्त किया जाना चाहिए।

संघ जिला महासचिव डॉक्टर  आई डी रही ने कहा कि  प्रवक्ता संघ चाहता है कि विद्यार्थियों के साथ उन्ही विद्यालय के प्रवक्ताओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए जिन विद्यालयों से विद्यार्थियों का चयन इस कार्यक्रम हेतु हुआ है।  अत प्रवक्ता संघ ने राज्य निदेशक से तुरंत इस विषय में हस्तक्षेप करने  तथा वरीयता एवम् गुणवत्ता को दरकिनार कर राज्य परियोजना निदेशालय से सांठ -गांठ कर प्रतिनियुक्त कर्मचारियों की नियुक्ति को तुरंत रद्द करने का निवेदन किया है।