अक्स न्यूज लाइन शिमला 20 जून :
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा 18 जून को हुए नेट परीक्षा के रद होने को लेकर आज पिंक पेटल चौक पर शव प्रदर्शन करके NTA पर उचित कार्यवाही करने की मांग उठाई।
अपनी बात रखते हुए इकाई मंत्री अविनाश शर्मा ने कहा की पेपर लीक की घटनाओं से एनटीए की विश्वसनीयता पर प्रश्न उत्पन्न हो रहा है। यूजीसी-नेट परीक्षा के पेपर लीक की आशंका के कारण रद्द होना एनटीए की तैयारी पर सवाल खड़ा कर रहा है और कहीं न कहीं देशभर में परीक्षाओं को प्रभावित करने के लिए विकसित हुए शिक्षा माफिया पर लगाम लगाने की आवश्यकता है और ऐसे लोगों को दंडित पर एक मिशाल पेश करने की आवश्यकता है।
ये पहली बार ऐसा नही हो रहा है जब NEET परीक्षा हुई उसमे धांधली का मामला सामने आया था तब से ही विद्यार्थी परिषद ने इसके खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया था।
NEET यूजी 2024 के आयोजन व परिणाम से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की अक्षमता तथा भ्रष्टाचार सामने आया था। उसमे भी विधार्थी परिषद ने कहा था की एनटीए और नीट-यूजी परीक्षा की प्रकिया तथा परिणाम की शीघ्र सीबीआई जांच होनी चाहिए। साथ ही अविनाश ने कहा की मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए(NEET) और NET जैसे आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा की पारदर्शिता पर विद्यार्थियों के बीच संदेह रहता है।
आज देखने को मिलता है की लगातार दो राष्ट्रीय सत्र की परिक्षाओं में धांधली होना एक चिंतनीय विषय है। अगर ऐसे ही पेपर लीक की घटनाएं बढ़ती रही तो देशभर के विद्यार्थियों का राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की कार्यप्रणाली से विश्वास उठ जाएगा।
हम देखते हैं विद्यार्थी दूर-दूर के क्षेत्र से लाखों की तादाद में इस परीक्षाओं को देने आते हैं अभी वह अपने घर भी वापस नहीं पहुंचते हैं और रास्ते में ही उन्हें पता लगता है कि जिस परीक्षा को देने के लिए इतनी दूर से इतना खर्चा करके देकर आए थे वह परीक्षा रद्द कर दी जाती है, उन छात्रों के साथ इस तरह का भद्दा मजाक करना, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना कहां तक ठीक है।
विद्यार्थी परिषद मांग करती है की इन दोनों परीक्षाओं में हुई धांधली की सीबीआई जांच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी करवाई की जाए।