"व्यवस्था परिवर्तन" और "नया दौर" साबित हुआ मात्र जुमला
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला --17 जनवरी
प्रदेश में इस समय कुप्रबंधन का ऐसा दौर चला कि नया दौर का नारा देने वाली सरकार से सभी लोग परेशान हो चुके हैं। प्रवक्ता बलवीर वर्मा ने प्रदेश सरकार की गारंटीयों पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनाने क़े लिए हर क्षेत्र से गारंटी दे डाली परन्तु अपनी एक भी गारंटी पूरी करने की उनके पास इच्छाशक्ति, न सामर्थ्य है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनाने से पहले गारंटी दी थी कि मोबाइल क्लिनिक(वैन) से होगा हर गावं में मुफ्त इलाज परन्तु आज सरकार की वो वैन कहां गई? सरकार ये बताये कि जयराम सरकार क़े समय चली योजनाओं को नया नाम देकर आप अब जनमंच की जगह सरकार गावं की ओर कार्यक्रम चलाने की बात कर हैं क्या इन वैन (मोबाइल क्लिनिक ) को भी साथ ले जाने का प्रयास सरकार करेगी।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में जो सुविधाएं स्वास्थय क़े क्षेत्र में दी गई थी मात्र उन्हें बंद करने का कार्य सरकार ने किया है।
पिछली सरकार की बड़ी व सफल योजना हिमकेयर इस सरकार की नालायकी की वजह से बंद होने क़े कगार पर है। प्रदेश सरकार हिमकेयर योजना का पैसा अस्पतालों को जारी नहीं कर रही है जो कि 200करोड़ से ऊपर की देनदारी सरकार क़े ऊपर हो चुकी है। आलम यह है कि आज प्राइवेट अस्पताओं क़े साथ साथ प्रदेश क़े मेडिकल कॉलेज भी निशुल्क इलाज से आनाकानी कर रहें है। क्रसना लैब जो कि मेडिकल क्षेत्र में प्रदेश में अपनी सेवाएं दी रहे थे।
तकरीबन 54 करोड़ रूपये देय हैं और बार-बार कंपनी के नोटिस दिए जाने के बावजूद यह पैसा प्रदेश सरकार ने इस लैब को नहीं दिया है। आज लैब पर दबाव बना कर कार्य करवाया जा रहा है ।गौऱतलब है कि क्रसना लैब में कम से कम 18,000 हिमाचली युवा कार्यरत है जिन पर आज अपनी नौकरी खोने का डर बना हुआ है जिससे साफ पता चलता है कि यह सरकार युवा विरोधी सरकार है।
प्रदेश में सरकार बनाने से पहले युवाओं को रोजगार की गारंटी को पूरा करने क़े बजाए आते ही कोविड वारियर्स को निकालना, आउटसोर्स को निकलना और अब इस तरह क्रसना लैब की देनदारी को क्लियर न करना इसी का सूचक है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
प्रवक्ता बलवीर वर्मा ने कहा कि आज प्रदेश में लम्बे समय से मरीजों को लाने ले जाने वाली सुविधा 108 कि एम्बुलेंस क़े टायर तक फट चुके हैं जिसकी व्यवस्था सरकार नहीं कर पा रही न ही कम्पनी से कोई बातचीत द्वारा बीच का रास्ता निकालने क़े लिए प्रयास कर रही है। कोविड क़े समय लगे ऑक्सीजन प्लांट का रख रखाव यह सरकार नहीं कर पा रही तो मैं पूछना चाहता हुँ सरकार से कि किस व्यवस्था परिवर्तन की बात वो अपने हर भाषण में कर रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार की स्थिति बहुत खराब है, संसाधन विहीन सरकार है। उन्होनें वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार गरीब हितैषी सरकार नहीं है। झूठे वादे और झूठी गांरटी देकर सत्ता में आई सरकार है और हिमाचल प्रदेश के वासियों की किसी भी प्रकार से चिंता इस सरकार को नहीं हैं। मात्र सत्ता प्राप्त करने के लिए छलावा कर झूठे वादे कर आज गरीब जनता को खून के आंसू रुला रही है।