महिला एवं बाल विकास विभाग ने आयोजित किया तनाव प्रबंधन शिविर
इस अवसर पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए एसडीएम ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में विद्यार्थियों में उनके कॅरियर को लेकर अक्सर असमंजस एवं तनाव की स्थिति पैदा हो जाती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि मेहनत और दृढ़ संकल्प के बल पर जीवन में कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। एसडीएम ने कहा कि सभी विद्यार्थी अपने लिए लक्ष्य तय करें और उसे हासिल करने के लिए अपने मन में ठानकर कड़ी मेहनत करें। मोबाइल और सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा व्यस्त रहने के बजाय पुस्तकों का अधिक से अधिक अध्ययन करें।
उन्होंने सभी शिक्षकों और अभिभावकों से भी आग्रह किया कि वे बच्चों के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्वयं भी पुस्तकों का अध्ययन करें। अभिभावकों और शिक्षकों से सीख लेते हुए बच्चे भी स्वाध्याय के लिए प्रेरित होंगे। शिविर के दौरान मनोचिकित्सक डॉ. अराधना ने विद्यार्थियों को किशोरावस्था की विभिन्न समस्याओं और विशेषकर, तनाव के संबंध में विस्तृत जानकारी दी तथा इनसे निपटने के उपायों से भी अवगत करवाया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के वृत्त पर्यवेक्षक एवं संरक्षण अधिकारी अभिषेक ठाकुर ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना और विभाग की कई अन्य योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम के आयोजन के लिए एसडीएम और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए प्रधानाचार्य प्रबोध ठाकुर ने कहा कि इस शिविर में कई ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गईं जोकि विद्यार्थियों के जीवन में बहुत बड़े परिवर्तन ला सकती हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को इन्हें अपने जीवन में आत्मसात करने की अपील भी की।