प्रदेश के सभी कारागारों में राज्य एडस नियंत्रण समिति द्वारा चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक राजीव कुमार द्वारा दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जेल के अंदर समस्त कैदियों को एचआईवी, टीबी, यौन रोग व हेपेटाइटिस की जांच एवं शीघ्र चिकित्सा उपलब्ध करवाकर ही हम 95ः95ः95 का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। भारत और संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाए गए 95ः95ः95 लक्ष्यों का उद्देश्य 2030 तक एड्स को समाप्त करना है, जिसमें एचआईवी से पीड़ित 95 प्रतिशत लोगों को अपनी स्थिति की जानकारी देना, निदान किए गए 95 प्रतिशत लोगों को उपचार प्रदान करना, तथा उपचार प्राप्त करने वाले 95 प्रतिशत लोगों में वायरस दमन का लक्ष्य प्राप्त करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त कारागारों में सभी कैदियों की स्वास्थ्य जांच समय-समय पर की जा रही है और भविष्य में भी यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि स्वास्थ्य जांच से कोई भी छूटना नहीं चाहिए।