अक्स न्यूज लाइन मंडी 2 जून :
मंडी जिला में नशे पर अंकुश लगाने के लिए जिला पुलिस बेहतर कार्य कर रही है। जिला में जिला स्तरीय एनकार्ड (नार्को कॉर्डिनेशन समिति) का गठन किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य एनडीपीएस एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करना है। यह जानकारी उपायुक्त अपूर्व देवगन ने आज पुलिस लाईन मंडी में समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि मंडी को नशामुक्त करने के लिए पुलिस तथा संबंधित एजेंसियां बेहतर कार्य कर रही है तथा नशा तस्करी में संलिप्त लोगों पर कठोर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए समाज के प्रत्येक नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि नशे की तस्करी तथा उसका सेवन करने वाले लोगों की जानकारी पुलिस को बेहिचक दी जा सकती है अथवा ‘ड्रªग फ्री हिमाचल ऐप’ पर भी दी जा सकती है। सूचना देने वाले की जानकारी पूरी तरह से गोपनीय रखी जायेगी।
उपायुक्त ने बताया कि नशे के खिलाफ अभियान को जन आंदोलन बनाना होगा, जिसके लिए जिला के सभी शिक्षण संस्थानों, महाविद्यालयों, औद्योगिक प्रशिक्षण तथा निजी शिक्षण संस्थानों में नियमित जागरूकता शिविर लगाकर विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा अध्यापकों को इस संवेदनशील विषय पर जागरूक किया जायेगा। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों के मुखिया को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभाग में नोडल अधिकारी नियुक्त करें, जो पुलिस तथा अन्य विभाग के अधिकारियों के सहयोग से सत्र आयोजित कर विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने तथा समाज के विकास में अपना योगदान सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने वन तथा पुलिस विभाग के साथ-साथ पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे अपने अपने क्षेत्र में नशे की खेती पर भी अंकुश लगाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सभी उच्च शिक्षण संस्थान प्रवेश के समय बच्चों से नशा न करने पर शपथ पत्र लें तथा उन्हें इसकी शपथ भी दिलाएं। उन्होंने शिक्षण संस्थानों से भी आग्रह किया कि अपने संस्थान के आस-पास हो रही गतिविधियों पर नजर रखें तथा नशे से संबंधित कोई गतिविधि पाई जाती है तो इसकी गुप्त सूचना पुलिस को दें। हमें नशे का प्रयोग करने वाले को ही नहीं, बल्कि इनकी तस्करी में बड़े स्तर पर संलिप्त तत्वों को भी कानून के दायरे में लाकर पकड़ना है, जो युवा पीढ़ी को इस दलदल में धकेल रहे है।
उन्होंने जिला के सभी पुलिस थानों व चैकियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र के सभी बड़े शिक्षण संस्थानों में जाकर वहां के प्रबंधन के साथ बैठक करें तथा उन्हें नशे पर प्रभावी कदम उठाने बारे जागरूक करें। उन्होंने अभिभावकों व शिक्षकों का भी आह्वान किया कि वह अपने बच्चों की दैनिक गतिविधियों तथा उनके आचार-व्यवहार पर नजर रखें तथा नशे जैसी बुराई से बचने के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि एनकार्ड की यह बैठक हर माह के पहले सोमवार को आयोजित की जायेगी तथा माह के दौरान की गई गतिविधियों की समीक्षा की जायेगी।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डाॅ0 मदन कुमार ने नशे की सप्लाई व डिमांड श्रृंखला को तोड़ने बारे अपने बहुमूल्य सुझाव प्रस्तुत किए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने विभाग द्वारा जिला में नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम की विस्तृत जानकारी दी व बैठक का एंजेंडा प्रस्तुत किया।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 दीपाली शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 दिनेश कुमार, जिला कल्याण अधिकारी समीर, वन मंडलाधिकारी अमरीश शर्मा सहित समिति के सभी सभी सदस्य उपस्थित थे।