लोकनृत्य, लोक कलाओं के सरंक्षण को उठाए जा रहे कारगर कदम: डीसी

लोकनृत्य, लोक कलाओं के सरंक्षण को उठाए जा रहे कारगर कदम: डीसी
अक्स न्यूज लाइन धर्मशाला, 20 मार्च : 
 उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला की लोक संस्कृति, लोक गीतों तथा लोकनृत्यों के संवर्धन तथा संरक्षण के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे ताकि युवा पीढ़ी अपनी परंपराओं से रू-ब-रू हो सके। वीरवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में गिनीज बुक आॅफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने वाली टीम का हिस्सा रहे कांगड़ा लोक मंच के 21 कलाकारों को सम्मानित करने के उपरांत उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि संस्कृति के संरक्षण के लिए कांगड़ा सांस्कृतिक परिषद का गठन भी किया गया है, परिषद के सुझावों के आधार पर कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।

   उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों को भी नवोदित कलाकारों को उचित अवसर प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही कलाओं के संवर्धन के लिए नियमित तौर पर कार्यशालाएं भी आयोजित करने के लिए कहा गया है जिसमें कला एवं संस्कृति के क्षेत्र के विशेषज्ञों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि युवा पीढ़ी को भी विभिन्न विधाओं के बारे में जानकारी हासिल हो सके। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने पुरस्कार हासिल करने वाले सभी प्रतिभागियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अन्य युवाओं को कला तथा संस्कृति से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।

इससे पहले कांगड़ा कला मंच की संयोजिका शिवानी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इस बार जयति जय ममं भारतम थीम तय किया गया था तथा इसमें 28 राज्यों तथा चार केंद्र शासित प्रदेशों की कला जत्थाओं ने भाग लिया था जिसमें 195 हिमाचल तथा कांगड़ा जिला से 21 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाकर गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया है। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डा रेखा डढवाल सहित विभिन्न कलाकार उपस्थित थे।