लोकनृत्य, लोक कलाओं के सरंक्षण को उठाए जा रहे कारगर कदम: डीसी

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों को भी नवोदित कलाकारों को उचित अवसर प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही कलाओं के संवर्धन के लिए नियमित तौर पर कार्यशालाएं भी आयोजित करने के लिए कहा गया है जिसमें कला एवं संस्कृति के क्षेत्र के विशेषज्ञों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि युवा पीढ़ी को भी विभिन्न विधाओं के बारे में जानकारी हासिल हो सके। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने पुरस्कार हासिल करने वाले सभी प्रतिभागियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अन्य युवाओं को कला तथा संस्कृति से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
इससे पहले कांगड़ा कला मंच की संयोजिका शिवानी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इस बार जयति जय ममं भारतम थीम तय किया गया था तथा इसमें 28 राज्यों तथा चार केंद्र शासित प्रदेशों की कला जत्थाओं ने भाग लिया था जिसमें 195 हिमाचल तथा कांगड़ा जिला से 21 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाकर गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया है। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डा रेखा डढवाल सहित विभिन्न कलाकार उपस्थित थे।