ऐतिहासिक पक्का टैंक परिसर में सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी ......
अक्स न्यूज लाइन ..नाहन 11 मार्च 2023
ऐतिहासिक पक्का टैंक परिसर में सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी है। स्वच्छता और साफ सफाई के हालत पतली है। यह अलग बात है कि नगर परिषद को स्वच्छता मामले में अवार्ड भी मिले है। ऐतिहासिक पक्का टैंक परिसर में सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी है। आलम यह कि कचरे को बिना नगर परिषद में शिकायत किए बिना उठाया नही जाता । नप के सफाई कर्मचारी नियमित यहां सफाई नही करते और जब भी करते है कचरे का ढेर लगा कर चले जाते है। ऐसे में गंदगी फैल है। आरोप है कि तालाब की सफाई भी महीनों ने नही हुई। आस पास के रास्ते पर कचरे के ढेरों आने जाने वाले लोगों परेशानी हो रही है। आस पास रहने वाले निवासियों ने आरोप लगाया कि तालाब परिसर को साफ-सफाई के मामले में लम्बे अरसे से नगर परिषद नजर अंदाज कर रही है। जब सफाई होती है कचरा ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। तालाब में लम्बे समय से सफाई नही हुई। कर्मी सही तरीके से काम नही कर रहे है। नप प्रशासन इस नियमित सफाई करवानी चाहिए।
अधिकांश लोग नप का साथ नही दे रहे है।
यह भी सही है कि स्वच्छता और साफ सफाई के मामले में शहर के अधिकांश लोग नप का साथ नही दे रहे है। तय शुल्क न देना पड़े इससे बचने के लिए अपने घरों का कचरा खुले में डाल रहे है। पक्का टैंक क्षेत्र में भी ऐसा हो रहा है कुछ लोग तो ऐसे जो ओरों को ऐसा करने से रोकते है लेकिन खुद अपने घरों का कचरा बाहर डालते है। लखदाता पीर के नजदीक बने पार्क के बाहर आस पास के लोग ऐसा कर रहे है ।
आस्था के नाम पर तालाब में सामग्री डाल रहे है लोग
ऐतिहासिक तालाब के एक ओर सैंकडों साल पुराना शिवालय स्थित है एक ओर लखदाता पीर की दरगाह है। तालाब में आस्था के नाम पर लगातार सामग्री लोग डाल रहे। तालाब में मछलियों को खाने के लिए दिया जाता है। इससे भी तालाब दुषित हो रहा है इसके इलावा लोग अन्य कचरा फैं कने से बाज नही आते ।
-ऐतिहासिक पक्का टैंक परिसर में सफाई व्यवस्था क ो बनाए रखने को लेकर निर्देश यथावत है। रिपोर्ट तलब होगी। ढील बरतने वाले कर्मचारियों को नोटिस जारी करेगें । लोगों को अपनी जिम्मेवारी समझनी होगी । कचरे को खुले में न डाले । सहयोग करें कचरा सफाई कर्मीयों को ही दें तय शुल्क भी अदा करें ।
-अविनाश गुप्ता, उपाध्यक्ष नगर परिषद नाहन