उपायुक्त ऊना की अध्यक्षता में जिला सहकारी विकास समिति की बैठक सम्पन्न

अक्स न्यूज लाइन ऊना, 18 सितम्बर :
उपायुक्त ने बताया कि सहकारिता मंत्रालय द्वारा सहकारी सभाओं के सर्वांगीण विकास और उनकी आय में वृद्धि के लिए आदर्श उपविधियां तैयार की गई हैं। जिले में पंजीकृत कुल 234 सहकारी सभाओं (217 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाएं एवं 17 बहुउद्देशीय सहकारी सभाएं) में से अब तक 213 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाओं तथा 14 बहुउद्देशीय सहकारी सभाओं की उपविधियों में संशोधन कर पंजीकरण पूरा कर लिया गया है। शेष 7 सहकारी सभाओं (4 प्राथमिक कृषि एवं 3 बहुउद्देशीय) में संशोधन की प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत देशभर की प्राथमिक कृषि सहकारी सभाओं का कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है, ताकि लेखांकन प्रणाली में एकरूपता लाई जा सके। इस परियोजना को राष्ट्रीय स्तर पर नाबार्ड के मार्गदर्शन में तथा प्रदेश स्तर पर हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है।
जिला ऊना में प्रथम चरण में 184 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाओं तथा द्वितीय चरण में 35 सहकारी सभाओं को शामिल किया गया है। अब तक 178 सहकारी सभाओं को ऑन-गो-लाइव मिशन के अंतर्गत जोड़ा जा चुका है। इसके अतिरिक्त 115 सहकारी सभाओं का सिस्टम ऑडिट भी पूरा किया गया है। दूसरे चरण में 12 सहकारी सभाएं ऑन-गो-लाइव की जा चुकी हैं।
उपायुक्त ने बताया कि जिला सहकारी विकास समिति के तहत कार्य कर रही संयुक्त कार्य समिति द्वारा जिले में नई बहुउद्देशीय, दुग्ध उत्पादक एवं मत्स्य सहकारी सभाओं के पंजीकरण की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है। वर्तमान में जिले में 217 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाएं, 31 दुग्ध उत्पादक सहकारी सभाएं, 5 मत्स्य सहकारी सभाएं तथा 6 किसान उत्पादक संगठन कार्यरत हैं। इस अवसर पर सहायक निदेशक, पशुपालन विभाग ऊना, दिनेश परमार ने जानकारी दी कि विभाग ने 40 संभावित दुग्ध उत्पादक सभाओं की पहचान की है, जिनमें से 15 सभाओं का पंजीकरण किया जा चुका है। शेष संगठनों से संपर्क स्थापित कर उन्हें पंजीकरण हेतु आवश्यक जानकारी एवं वेबसाइट उपलब्ध करवाई गई है।
इस अवसर पर बैठक उप निदेशक कृषि कुलभूषण धीमान, उप निदेशक मत्स्य विभाग विवेक शर्मा, उप निदेशक बागबानी के के भारद्वाज, डीएफसीसी ऊना राजीव शर्मा, एआरसीएस ऊना संदेश बाला, डीडीएम नाबार्ड सबरीना सहित अन्य उपस्थित रहे।