इलेक्ट्रिक कारों की मांग बढ़ी.....2021 से तीन गुना कुल 38 लाख बिकी....
बीते साल 50 हजार बिकीं, ये 2021 से तीन गुना कुल 38 लाख बिकी कारों में ईवी की हिस्सेदारी टाटा मोटर्स कर रही 18 हजार करोड़ रुपए का निवेश महज 1.3 फीसदी रही
देश में अफोर्डेबल कॉम्पैक्ट एसयूवी की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। ब्लूमबर्ग एनईएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में 49,800 इलेक्ट्रिक कारें बिकी, जो 2021 की तुलना में तीन गुना है। देश में ऐसे राइड शेयरिंग स्टार्ट अप्स की संख्या और डिमांड में भी बढ़ोतरी हो रही है। जिनके फ्लीट में पूरी तरह इलेक्ट्रिक कारें हैं।
इलेक्ट्रिक कारों के मामले में फिलहाल देश में अव्वल टाटा मोटर्स 18 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश करने जा रही है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने भी 9,850 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है। विदेशी कंपनियों में वॉरेन बफेट के निवेश वाली बीवाईडी ने 2030 तक भारत के 30 प्रतिशत ईवी मार्केट पर कब्जे की योजना बनाई है। सैक मोटर कॉर्प भी अगले साल भारत में 3 ईवी लॉन्च करने वाली है।
हालांकि भारत में इलेक्ट्रिक कारों की काफी गुंजाइश है। यही वजह है कि रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बिक्री अब भी चीन और अमेरिका घरेलू कार कंपनियों के साथ ही छोटी एसयूवी ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। दुनिया भर की ईवी कंपनियां भारत रही हैं। ये हैवी ट्रैफिक के बीच पिछले साल बिकी 38 लाख कारों में मौके तलाश रही हैं। बीवाईडी खराब सड़कों पर आसानी से चल में इलेक्ट्रिक कारों की हिस्सेदारी और एसएआईसी मोटर कॉर्प इनमें सकती हैं। इसके अलावा ये खरीदार महज 1.3 प्रतिशत थी। हालांकि भारत में शामिल हैं। कुछ नई कंपनियां भी के लिए स्टेटस सिंबल भी हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री के लिए इस सेगमेंट उतर सकती हैं।