हिमाचल के 80 प्रतिशत गांव स्वच्छता में खरे
न्यूज लाइन -- नई दिल्ली , 1 अप्रैल 2023
नई दिल्ली: पिछले एक साल में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन के संचालन में आई तेजी के कारण देश के लगभग चालीस प्रतिशत गांव अब तक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) प्लस घोषित गए हैं। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि एक साल में 33 प्रतिशत गांवों ने ओडीएफ प्लस का दर्जा हासिल किया है। अगर गांवों की संख्या के आधार पर बात करें तो पिछले साल मार्च तक 46,121 गांव ओडीएफ प्लस थे। इनकी संख्या इस साल 31 मार्च तक 2,38,973 हो गई है। अगले वित्तीय वर्ष में पचास हजार अतिरिक्त गांवों को ओडीएफ प्लस
• एक साल में 33 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ प्लस का दर्जा मिला
• तेलंगाना सौ प्रतिशत स्वच्छ, तमिलनाडु और कर्नाटक भी आगे
• मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ने भी एक साल में किया बड़ा सुधार
की श्रेणी में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के संचालन में कई राज्यों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। इनमें सबसे अच्छी प्रगति तेलंगाना (सौ प्रतिशत), तमिलनाडु ( 95 प्रतिशत) और कर्नाटक (93.5 प्रतिशत) की रही है। गौरतलब है कि ओडीएफ प्लस दर्जा किसी राज्य को तब दिया जाता है जब वह खुले में शौच से मुक्त होने के दर्जे को कायम रखता
है और ठोस तथा तरल कचरे का समुचित प्रबंधन करने के साथ साफ तौर पर स्वच्छ दिखाई भी देता है।"
शेखावत ने बताया कि जिन कुछ अन्य राज्यों ने गांवों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया उनमें हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश भी शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्ष एक अप्रैल तक केवल 18 प्रतिशत गांव ओडीएफ प्लस थे, • गृह जो आज तक बढ़कर 80 प्रतिशत हो राज गए हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश ने छह से 62 प्रतिशत तथा उत्तर प्रदेश ने दो से 50 प्रतिशत तक की प्रगति की है। शेखावत ने कहा कि यह बहुत उत्साहजनक संकेत है। नए वित्तीय वर्ष के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ जागरण भारत मिशन के लिए केंद्र और राज्यों के सहयोग से 52 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी। के बि