राज्यपाल ने राज्य स्तरीय हरोली उत्सव का शुभारम्भ किया

इस अवसर पर राज्यपाल ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरोली उत्सव हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, लोक परंपराओं और एकता का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी लोक संस्कृति और नैतिक मूल्यों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है और इस तरह के उत्सव हमारी परंपराओं को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस वर्ष के उत्सव की थीम ‘नशा निवारण’ की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ‘नशा मुक्त ऊना-नशा मुक्त हिमाचल’ का संदेश केवल एक नारा नहीं है, बल्कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर रहा है। उन्होंने युवा पीढ़ी से नशे से दूर रहने तथा शिक्षा, खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में सकारात्मक रूप से शामिल होने का आह्वान किया।
पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दाेष नागरिकों की हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है और इसके खिलाफ दृढ़ता के साथ एकजुट हो कर लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य की प्रगति के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रदेश हित के मुद्दों को गम्भीरता से उठाते रहेंगे।
हरोली उत्सव में राज्यपाल ने पारंपरिक शोभा यात्रा में भाग लिया। उन्होंने विभिन्न विभागों की विकासात्मक प्रदर्शनियों का उद्घाटन, स्मृति स्मारिका का विमोचन तथा ऊना पुलिस के सहयोग से आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया।
मुकेश अग्निहोत्री ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा हरोली को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिए किए जा रहे विकासात्मक कार्यों पर प्रकाश डाला तथा नशा मुक्त समाज के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर विधायक सुदर्शन बबलू, उपायुक्त एवं हरोली उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष जतिन लाल, राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।