ब्यास नदी में आई बाढ़ कई गांव खतरे में, प्रशासन ने खाली करवाए मकान, फंसे लोगों को किया रेस्क्यू

ब्यास नदी में आई बाढ़  कई गांव खतरे में, प्रशासन ने खाली करवाए मकान, फंसे लोगों को किया रेस्क्यू

कुल्लू: जिला कुल्लू में रविवार सुबह से ही भारी बारिश का दौर चल रहा है. जिसके चलते नदी नाले उफान पर आ गए हैं. वहीं, पर्यटन नगरी मनाली में भी ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है जिसके चलते प्रशासन ने  बाहंग और आसपास के इलाकों में नदी किनारे घर खाली करवा दिए हैं. ब्यास नदी में आई बाढ़ के चलते गोषाल गांव की ओर जाने वाला अस्थाई पुल एक बार फिर से बह गया है.
जिससे गोषाल गांव के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. बीते दिनों ही यहां पर ग्रामीणों ने मिलकर अस्थाई पुल का निर्माण किया था और रविवार सुबह आई बाढ़ में एक बार पुल फिर से बह गया है. इसके अलावा भुंतर व कुल्लू में नदी किनारे प्रवासी लोगों की झोपड़ियों को भी खाली करवा दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार के हादसे से बचा जा सके. जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते छरुडू में भी ब्यास नदी में बाढ़ आने के चलते ट्रक यूनियन में 2 दर्जन से अधिक लोग फंस गए. तो वहीं, स्थानीय ट्रक ऑपरेटरों ने भी यहां पर अस्थाई पुल बनाकर सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया. इसके अलावा वहां से कुछ ट्रकों को भी निकाल लिया गया है. वहीं, 15 मील में भी ब्यास नदी में लकड़ी लेने गए तीन नेपाली मूल के लोग नदी में फंस गए. स्थानीय लोगों ने इस बारे में अग्निशमन विभाग व पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय युवकों की सहायता और राफ्ट का सहारा लेकर उन्हें भी सुरक्षित निकाल लिया गया है.
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है जिसके चलते लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत दी गई है. वहीं, लाहौल-स्पीति की लाहौल घाटी में भी सुबह से ही बारिश का दौर जारी है और कई जगहों पर मलबा सड़क पर आ गया है. लाहौल स्पीति प्रशासन ने भी पुलिस जवानों को तैनात किया है और वाहनों की आवाजाही फिलहाल सड़कों पर रोक दी गई है.