हमारे अधिकारों का हनन किया जायेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे... -गिरिपार को जनजातीय घोषित करने के मामले में अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति का ऐलान
नाहन,9 अगस्त (साथी): गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति जिला सिरमौर ने शिलाई में बैठक का आयोजन किया है। गिरिपार को जनजातीय घोषित करने से अनुसूचित जाति के लोगों को पंचायत रोस्टर के नुकसान और जातीय प्रताडऩा से बचाने वाले एस.सी.एस टी क़ानून के निष्क्रिय हो जाने के भय
सताने लगा है। इसी कड़ी में एक बैठक की बाद लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह से लें कर एस डी एम शिलाई के कार्यालय तक एक महा रैली का आयोजन कर देश के प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञपान में गुहार लगाई गयी कि इस क्षेत्र को जनजातीय घोषित करने से पहले उनके संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा की जाएं। गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति जिला सिरमौर के प्रधान अनिल मंगेट ने कहा कि गिरिपार जनजातीय घोषित करने से अनुसूचित जाति के लोगों को पंचायत रोस्टर के नुकसान और जातीय प्रताडऩा से बचाने वाले एस.सी.एस टी क़ानून के निष्क्रिय हो जाने के भय है। वक्ताओं ने साफ साफ शब्दों में कहा कि सरकार अगर इस क्षेत्र को जनजाति घोषित करना चाहती है तो करें परन्तु हमारे अधिकार सुरक्षित रखने के लिए पहले प्रयास करें। वक्ताओं ने चेताया कि अगर 40 प्रतिशत आबादी की अनदेखी करके इस क्षेत्र को जनजातीय घोषित किया गया तो अनुसूचित जाति के लोग यह बर्दास्त नहीं करेंगे।
डा. नीरज चौहान ने कहा कि जो लोग ये आरोप लगा रहे है कि केवल एक जाति विशेष के लोग भटके हुए है उनके लिए आज की रैली से करारा जबाब है। जो अनुसूचित जाति की एकता को दिखाती है। उन्होंने मंच से लोगों को कहा कि आप सामने आ कर हर इस मुद्दे पर खुल कर किसी भी टीवी चैनल या अन्य माध्यम से खुली चर्चा करें ताकि लोगों को पता चले कि भटके हुए कौन है। उन्होंने किसी भी तरह के राजनीतिक सहयोग से इंकार किया और स्पष्ट शब्दों में कहा कि गिरिपार के अनुसूचित जाति के गरीब लोगों को इस मुद्दे पर किसी भी राजनीतिक दल का सहयोग नहीं मिला है इसके बाद हमें आज सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। शिलाई समिति के प्रधान सुनील वर्मा ने कहा कि हम संविधान को मानने वाले शांतिप्रिय लोग है परन्तु अगर हमारे खिलाफ षड्यंत्र रच कर हमारे अधिकारों का हनन किया जायेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे।
जिला समिति मीडिया प्रभारी दीप जमथेटका ने कहा की अगर गिरिपार सिरमौर को जनजाति घोषित किया जाता है तो सामान्य जाति के 10 प्रतिशत व ओ.बी सी के 27 प्रतिशत आरक्षण भी होगा खत्म होगा। जिला प्रधान अनिल मंगेट ने कहा कि अगर हमारी बात को नजरअंदाज किया जाता है तो भविष्य में हर चुनाव क्षेत्र में इस तरह की रैलियों का आयोजन किया जा सकता है।
इस अवसर पर तुलसी राम नींटा ,सुनील वर्मा, प्रदीप भारतीय,भरत सिंह, विनोद कुमार, जगत सिहं अध्यक्ष एस सी भाजपा मोर्चा रेणुका, बलदेव चौहान, अनिल मंगेट,डा.नीरज चौहान, सुरेंद्र सिंह धर्मा, वेद प्रकाश,एडवोकेट सुंदर सिंह, सतपाल सत्ती, पिंकू नागेश्वर, सुनील सनी, अंजू चौहान, विद्या देवी, चमेली देवी, प्रिया वर्मा,सीमा वर्मा अपने विचार रखे।