सुभाष चंद्र बोस ने कहा था...... हमेशा याद रखें. अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना सबसे बड़ा अपराध है....
यदि आपको अस्थायी रूप से झुकना पड़े, तब वीरों की भांति झुकना। समझौता परस्ती सबसे बड़ी अपवित्र वस्तु है। मुझ में जन्मजात प्रतिभा तो नहीं थी, परन्तु कठोर परिश्रम से बचने की प्रवृत्ति मुझ में कभी नहीं रही। संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया है। मुझमे आत्मविश्वास ; उत्पन्न हुआ, जो पहले नहीं था। हम संघर्षों और उनके समाधानों द्वारा ही आगे बढ़ पाते हैं।
अगर संघर्ष न रहे। किसी भी भय का सामना न करना पड़े, तब जीवन का आधा स्वाद ही समाप्त हो जाता है। आत्मविश्वास की कमी ही सारे दुखों की जड़ है। व्यर्थ की बातों में समय खोना बिलकुल भी ठीक बात नहीं है। हमेशा याद रखें. अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना सबसे बड़ा अपराध है।