साहित्य और कला के विभिन्न रंगों का साक्षी बना धर्मशाला....... सुंदर स्मृतियों के साथ सम्पूण हुआ धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा संस्करण

साहित्य और कला के विभिन्न रंगों का साक्षी बना धर्मशाला....... सुंदर स्मृतियों के साथ सम्पूण हुआ धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा संस्करण

  अक्स न्यूज लाइन --  धर्मशाला, 8 अप्रैल  2023
 डिग्री कॉलेज धर्मशाला का त्रिगर्त सभागार दो दिनों तक कलाकार-साहित्यकारों के सुंदर भावों से सराबोर रहा। धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा संस्करण आज शनिवार को मधुर समृतियों के साथ सम्पूर्ण हुआ। उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने इस अवसर पर यहां आए सभी कला और साहित्य प्रेमियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंनें कहा कि दो दिन तक चले धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे संस्करण से धर्मशाला साहित्य और कला के विभिन्न रंगों का साक्षी बना। इस अवसर पर पूर्व मंत्री विप्लव ठाकुर भी उपस्थित रहीं। धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल 2023 के समापन के दौरान आए हुए प्रतिभागियों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित भी किया गया।
उपायुक्त ने बताया कि फेस्टिवल में साहित्य-कला क्षेत्र के नामचीन लोगों के साथ नवोदित और प्रतिभाशाली लेखक-कलाकार-कवियों ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस दौरान साहित्य और कला प्रेमियों को अपने पसंदीदा साहित्यकारों से रूबरू होने का अवसर मिला। इस दौरान साहित्यकारों ने आकर्षक चर्चा सत्रों में भाग लिया। उन्होंने कहा कि आयोजन में मनोरंजन, प्रेरणा और शिक्षा का समन्वय रहा। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्थानीय कला को बढ़ावा देने के लिए लाइव कांगड़ा पेंटिंग पर कार्यशालाओं का आयोजन भी किया गया।
धर्मशाला के वातावरण ने बनाया इसे और भी सुनहरा
उपायुक्त ने कहा कि साहित्य और कला से जुड़े लोगों के लिए विचारने और काम करने के लिए धर्मशाला से बेहतर कोई अन्य जगह नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि धर्मशाला को दिन-रात निहारती और अपने आंचल में पालती धौलाधार की ऊँची चौटियां स्वयं ईश्वर द्वारा रचित एक खूबसूरत कविता और कला जैसी है। उन्होंने कहा कि इस वातावरण को देखकर उनके मन में विचार आया कि यहां कला और साहित्य से जुड़े लोगों का संगम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी के तहत जिला प्रशासन ने धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत करने की पहल की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की इस पहल को कला और साहित्य से जुड़े लोगों ने न केवल सराहा अपितु बड़े उत्साह से भाग लेते हुए इसे सफल भी बनाया।
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पटल पर स्थान दिलाने का रहेगा प्रयास
डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल के माध्यम से स्थाानीय कलाकारों और साहित्यकारों को भी एक अच्छा मंच मिला। उन्होंने कहा कि इस लिटरेचर फेस्टिवल में साहित्यकारों और कलाकारों की उत्सुक्ता को देखते हुए वे अपनी पहल को सफल मानते है। उन्होंने कहा कि कला और साहित्य क्षेत्र की सहभागिता के साथ धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा संस्करण आज सम्पूर्ण हुआ। उन्होंने कहा कि धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल के आने वाले संस्करण इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर एक पहचान दिलाएं, ऐसा उनका प्रयास रहेगा।
बता दें, दो दिवसीय धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल-2023 में नीलेश कुलकर्णी, सगुण जैन, सुनैनी गुलेरिया शर्मा, सिद्धार्थ, मनीष जैन, नवनीत शर्मा, विनीत मोहिल, सहर घरचोरलू, डॉ. प्रत्यूष गुलेरी, चंद्ररेखा ढडवाल, अभ्युदिता गौतम, ईशान, सीमा शर्मा, शिवम, प्रोफेसर रोशन शर्मा, कर्नल वीपी सिंह, निखिल शर्मा, कर्नल आशीष बेदी, डॉ. मनदीप प्रकाश, मुबारक संधू, देव हिंदवी, जन्मजय गुलेरिया, मीनाक्षी कँवर, आशिशा चक्रवर्ती, हरिंदर चीमा, भुचुंग डी सोनम, समीर राहत, पायल, हरदीप और चांदपुरी ने साहित्यिक चर्चा सत्रों में भाग लिया। इस मौके उन्होंने अपने व्याख्यानों के जरिए अपना अनुभव व ज्ञान साझा किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर, एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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