“समर्थ 2025” के अंतर्गत सुरक्षित निर्माण पद्धतियों पर जिला स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित

कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने सुरक्षित निर्माण पद्धति विषय पर अपने मॉडल और विचार प्रस्तुत किए। विद्यार्थियों ने आपदा जोखिम को कम करने हेतु सुरक्षित निर्माण तकनीकों और वैज्ञानिक पद्धतियों पर आधारित नवोन्मेषी मॉडल प्रदर्शित किए। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में आपदा प्रबंधन, सुरक्षा उपायों तथा संरचनात्मक स्थिरता के प्रति समझ एवं व्यवहारिक ज्ञान को प्रोत्साहित करना रहा।
एडीएम ने प्रतिभागियों एवं विजेताओं को सम्मानित करते हुए कहा कि “सुरक्षित निर्माण” न केवल आपदा जोखिम को कम करता है, बल्कि यह जीवन एवं संपत्ति की सुरक्षा का मूल आधार है। उन्होंने कहा कि “समर्थ 2025” जैसे अभियान समाज में आपदा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सभी वर्गों को सशक्त और तैयार बनाते हैं। उन्होंने विद्यालयों, अध्यापकों और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे आपदा से पूर्व की तैयारी को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं ताकि आपदाओं के प्रभाव को न्यूनतम किया जा सके।
प्रतियोगिता में आराधना तथा टिक्कर स्कूल ने मारी बाजी जिला स्तरीय प्रतियोगिता को 02 भागो में आयोजित किया गया था जिसमे उच्चतर और माध्यमिक स्तर के स्कूलों में प्रतियोगिता करवाई गई थी। माध्यमिक स्तर की प्रतियोगिता में आराधना पब्लिक स्कूल रोहड़ू ने प्रथम स्थान तथा राजकीय (कन्या) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर ने द्वितीय स्थान हासिल किया। वही उच्चतर स्तर की प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिक्कर ने प्रथम स्थान, राजकीय (कन्या) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार ने द्वितीय स्थान तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जांगला ने तृतीय स्थान हासिल किया।
प्रतियोगिता में इसके अलावा पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला माहोरी, पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुन्नी तथा राजकीय (कन्या) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रोहड़ू ने भी हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वाले छात्र राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।