अक्स न्यूज लाइन कुल्लू, 2 सितम्बर:-
भारी वर्षा और भूस्खलन से उत्पन्न हालातों के मद्देनज़र उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने जिला मुख्यालय में आपदा प्रबंधन संबंधी समीक्षा बैठक की। बैठक में प्रभावित क्षेत्रों की ताज़ा स्थिति का आंकलन किया गया तथा राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज़ गति से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
*मानव जीवन व संपत्ति की सुरक्षा*
बैठक में प्रभावित गाँवों में मानव जीवन और संपत्ति की हानि पर विस्तृत चर्चा हुई। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता उपलब्ध करवाई जाए और जिन स्थानों पर भूमि धंसने से घरों को खतरा है, वहां विशेष निगरानी रखी जाए तथा प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए।
*सड़क, बिजली व पेयजल बहाली को प्राथमिकता*
उपायुक्त ने ज़िला में सड़कों की स्थिति, पेयजल और विद्युत आपूर्ति की जानकारी ली गयी तथा इन सेवाओं की बहाली के लिये विभागों के अधिकारियों तथा फील्ड स्टाफ के प्रयासों की सराहना की गई। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को जिला की अवरुद्ध संपर्क सड़कों को शीघ्र खोलने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और सेवाओं से जुड़ी गाड़ियां गांव तक पहुँच सकें। उन्होंने जिला में बिजली आपूर्ति के लिये भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ज़िला में पेयजल की आपूर्ति भी सुचारू करने के लिये विशेष बल दिया गया। उन्होंने विभागाध्यक्षों को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन की ओर से हर सम्भव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।
*आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित*
डीसी ने पेट्रोल, डीज़ल, राशन, दूध, सब्जियों और गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को पुलिस के साथ समन्वय बनाने के निर्देश दिए। इन गाड़ियों को भी अवरुद्ध मार्गों के खुलने पर प्राथमिकता से निकाला जाए ताकि कहीं भी आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं हो।
*राष्ट्रीय राजमार्ग व फोरलेन की स्थिति पर चर्चा*
उपायुक्त ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग-305 को शीघ्र खोलने के निर्देश दिए, ताकि सेब की गाड़ियों और आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही सुनिश्चित हो सके। उन्होंने मंडी–मनाली फोरलेन के कार्यों की प्रगति पर एनएचएआई अधिकारियों से जानकारी ली और बहाली के कार्य को तेज़ करने पर बल दिया। एनएचआई अधिकारियों ने बताया कि फोर लेन सड़क को शीघ्र खोलने के लिये मशीनरी को एयरलिफ्ट करने के लिये एसडीआरएफ तथा सरकार को लिखा गया है।
*गांवों तक राशन पहुँचाने की व्यवस्था*
बैठक में सड़क मार्गों के बार-बार अवरुद्ध होने से राशन की सप्लाई के प्रभावित होने पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में सड़क मार्ग से पहुंचना संभव नहीं है, वहां हेड लोड से राशन पहुंचाने की व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि जहाँ पैदल रास्ते भी कटे हैं ऐसे स्थानों में ड्रोन से भी राशन पहुंचाने के लिये ड्रोन कंपनी से बात की गई है। उन्होंने कहा कि जिला के कुछ दुर्गम क्षेत्रों में एयर ड्रॉप के माध्यम से राशन व अन्य आवश्यक सामग्री पहुँचाई जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएम और डीएफएससी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों तक राशन पहुँचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
*स्कूल भवनों की सुरक्षा और बच्चों की पढ़ाई*
डीसी ने कहा कि जिले के जिन स्कूल भवनों को आंशिक या पूर्ण रूप से असुरक्षित घोषित किया गया है, वहां से कक्षाओं को अन्य सुरक्षित भवनों में शिफ्ट किया जाए। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि पढ़ाई भी प्रभावित न हो। इस संबंध में एसडीएम को अपने-अपने उपमंडलों की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने को कहा गया।
*सेब की गाड़ियां प्राथमिकता पर निकले*
उपायुक्त ने कहा कि जिला में सेब सीजन चरम पर है। उन्होंने सड़क मार्ग खुलने पर सेब से लदी गाड़ियों की निकासी को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने स्थानीय एसडीएम और एपीएमसी को पुलिस के साथ समन्वय बनाकर ट्रकों को सुरक्षित रूप से निकालने के निर्देश दिए।