शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के साथ खेलों के लिए मिलेंगी बेहतर सुविधाएं : बाली
इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए खेलकूद प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि खेलकूद प्रतियोगिता में 27 स्कूलों के 468 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं और यह प्रतियोगिताएं चार दिन चलेंगी।
दानी सज्जनों को किया सम्मानित
उन्होंने पाठशाला के लिए दान देने वाले दानी सज्जनों का धन्यवाद किया और उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। दानी सज्जनों में स्कूल के मुख्य द्वार का निर्माण डॉ अशोक चैधरी ने अपने पिता स्वर्गीय जैयसी राम चैधरी की याद में बनवाया, पाठशाला में अटियाला के निर्माण के लिए कौलां देवी ने अपने पति और पुत्र की याद में किया, भूसल निवासी लाभा राम और पत्नी प्रभी देवी ने भी अटियाला बनवाया। पाठशाला में नेशनल फ्लैग बनाने के लिए एसडीओ कमलेश कौंडल ने 1 लाख 1 हजार रुपये की राशि दान दी और इसी फ्लैग के निर्माण के लिए मुख्य अतिथि ने भी 2 लाख रुपए देने की घोषणा की। पूर्व जिला परिषद शशि बाला ने स्कूल के विकास कार्यों हेतु 2 लाख रुपये की राशि दान की। पाठशाला के लिए सुनीता देवी ने अपने पति स्वर्गीय सुखराम धीमान की याद में एक वाटर कूलर दिया, वालिया फैमिली ने पिता स्वर्गीय चमारू राम, माता स्वर्गीय सुतो देवी और पुत्र स्वर्गीय प्रीतम चंद की याद में एक वाटर कूलर दिया। गया देवी ने अपने पति स्वर्गीय रौदा राम की याद में एक वाटर कूलर दिया, रिटायर्ड सुपरिंटेंडेंट श्री विशन दास ने भी स्कूल के लिए एक वाटर कूलर दान किया और ओम प्रकाश ने भी अपनी बहू की याद में पाठशाला के लिए एक वाटर कूलर दान किया। स्कूल के अध्यापक अश्विनी डडवाल मनोहर डडवाल और राजेश डडवाल को सेवानिवृत्ति के उपरांत भी बच्चों को पाठशाला में पढ़ाने के कार्य के लिए मुख्य अतिथि में स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।