लोकसभा चुनाव के लिए सीटू ने जारी किया “मजदूरों का घोषणापत्र”

लोकसभा चुनाव के लिए सीटू ने जारी किया “मजदूरों का घोषणापत्र”

अक्स न्यूज लाइन शिमला 13 अप्रैल : 

सीटू का अधिवेशन किसान मजदूर भवन रामपुर में संपन्न हुआ। लोकसभा चुनावों को लेकर सीटू की समझदारी को मजदूरों तक पहुंचाने व मोदी हटाओ देश बचाओ अभियान को मजबूत करने के लिए इस अधिवेशन का आयोजन किया गया। अधिवेशन में एसजेवीएन 1500 मेगावाट, 412 मेगावाट, लूहरी पनबिजली परियोजना, अडानी एग्रोफ्रेश, नगर परिषद रामपुर, खनेरी अस्पताल, मनरेगा, निर्माण, मिड डे मील व आंगनबाड़ी से सम्बन्धित नीलदत्त शर्मा, तिलक, सुरम लाल बांशटु, गुरदास, कामराज, कपिल, चन्द्र, दिनेश मेहता, देवेंद्र, ललिता, मंजू, आशा, नीमू, सुनामणी, राजेन्द्र जिश्टु, सुनील जिश्टु, हेमराज, सुरेश नेगी, रामदास, सन्नी, पवन, किरण सहित सैंकड़ों मजदूरों व कर्मचारियों ने भाग लिया।

अधिवेशन का उद्घाटन सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने किया। सीटू जिलाध्यक्ष कुलदीप डोगरा ने अधिवेशन का समापन किया। उन्होंने वर्तमान समय के राजनीतिक हालात पर विस्तार से बात रखते हुए मजदूरों से मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने व भाजपा को हराने के आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जब से पिछले दस साल से मोदी सरकार सत्ता में आई है तब से वह लगातार मजदूरों के अधिकारों पर हमले कर रही है।
मोदी सरकार ने मजदूरों के लंबे संघर्षों और कुर्बानियों के बाद हासिल किए गए चबालिस श्रम कानूनों को समाप्त करके इन्हें मजदूर विरोधी व पूंजीपति परस्त चार लेबर कोडों में बदल दिया है। ये लेबर कोड कॉरपोरेट जगत व उद्योगपतियों को ही फायदा पहुंचाते हैं। इन्हें मजदूरों की जिंदगी को बंधुआ मजदूरी की तरफ़ ले जाने के लिए तैयार किया गया है। मोदी सरकार की कारगुजारियों के चलते देश में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है और मंहगाई आसमान छू रही है। यहां तक कि गरीब लोगों के बच्चों को सेना के जरिए सरकारी नौकरी हासिल करने के रास्ते को बंद करने के लिए अग्निवीर योजना को लाकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है।  
मोदी सरकार की इस लूट और तानाशाही के खिलाफ सीटू ने पूरे देश भर में आवाहन किया है कि देश को बांटने वाली मजदूर विरोधी, राष्ट्र विरोधी, जनता विरोधी मोदी सरकार को उखाड़ फेंका जाए। इसी कड़ी को आगे बढ़ाने के लिए मजदूरों का घोषणा पत्र जारी किया गया व लोकसभा चुनावों में भाजपा की मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया।