फील्ड में जाकर जनसमस्याओं की वास्तविकता समझें अधिकारी: कैप्टन रणजीत सिंह
इस अवसर पर विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ने कहा कि जिला परिषद का एक सदस्य 15 से 18 ग्राम पंचायतों का जनप्रतिनिधि होता है और उसके द्वारा उठाए गए मुद्दे सीधे तौर पर आम जनता से जुड़े होते हैं। सभी अधिकारियों को इन मुद्दों को गंभीरता के साथ लेना चाहिए तथा इनके निवारण के लिए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से फील्ड विजिट करें। उन्होंने कहा कि मौके पर जाकर ही जनसमस्याओं की वास्तविकता का पता चलता है तथा उसका निवारण बेहतर ढंग से किया जा सकता है। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण की अपील भी की। कैप्टन रणजीत सिंह ने कहा कि आचार संहिता की अवधि की समाप्ति के बाद प्रदेश सरकार विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं को तेजी से क्रियान्वित कर रही है। इसमें पंचायत जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष बबली देवी ने भी सभी अधिकारियों से कहा कि वे परिषद के सदस्यों की ओर से उठाए गए सभी मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई करें तथा फोन कॉल्स के माध्यम से की गई शिकायत या सुझाव को भी गंभीरता से लें। बैठक के दौरान विभिन्न सदस्यों ने पेयजल समस्या, सड़क निर्माण एवं मरम्मत, स्वास्थ्य सेवाओं और आम लोगों से जुड़ी कई अन्य समस्याओं को लेकर विभागीय अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की। परिषद की आय-व्यय को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई।
एडीएम एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल चौहान ने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि बैठक में उठाए गए मुद्दों के संबंध में विभागीय अधिकारी त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने इस दिशा में सभी अधिकारियों को तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत अधिकारी एवं जिला परिषद की सचिव शशिबाला ने बैठक का संचालन किया तथा परिषद के सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों के बारे में विभिन्न विभागों की ओर से प्राप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। इससे पहले, सभी सदस्यों ने कैप्टन रणजीत सिंह को विधायक निर्वाचित होने पर बधाई दी तथा उन्हें परिषद की ओर से सम्मानित भी किया।