मौसम आधारित उन्नत कृषि विधियां प्रगति का आधार....
-कृषि विज्ञान केंद्र,धौलाकुंआ द्वारा नलका में एक दिवसीय किसान जागरूकता शिविर का आयोजन
नाहन,24 जून :भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निर्देशानुसार किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र,धौलाकुंआ द्वारा जि़ला सिरमौर के हरियाणा से सटी सीमावर्ती पंचायत मातर के गाँव नलका में एक दिवसीय किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में डा.सौरव शर्मा व डा.भीम पारीक ने किसानों को खऱीफ़ में उगाई जाने वाली तिलहनी,दलहनी, अनाज, उन्नत चारा फसलें। मृदा स्वास्थ्य तथा फसल उत्पादन में मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार ही कृषि कार्यों को करने मोबाइल एप, मेघदूत, दामिनी आदि विषयों पर किसानों को जानकारी दी।
कृषि विज्ञान केंद्र,सिरमौर के प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक डा. पंकज मित्तल ने बताया हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के धौलाकुआं अनुसंधान एवं प्रसार फार्म में अत्याधुनिक स्वचालित मौसम वेधशाला, भारत सरकार के भू.विज्ञान मंत्रालय, भारत मौसम विभाग तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा स्थापित की गयी है।
जिससे मौसम का पूर्वानुमान किया जाता है तथा पूर्वानुमान आधारित कृषि कार्यों को करने की किसानों को सलाह दी जाती है। मौसम के पूर्वानुमान अनुसार एडवाइजरी जि़ला सिरमौर के किसानों को सप्ताह में मंगलवार व शुक्रवार को जारी की जाती है जिससे सिरमौर के हजारों किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
किसान-वैज्ञानिक चर्चा के समय डा. सौरव शर्मा ने खरीफ मौसम में दलहन व तिलहन फसलों की उन्नत कृषि विधियों के संबंध में किसानों को जागरूक किया। इसके अतिरिक्त किसानों को बताया गया कि खऱीफ़ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए तिल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष से 523 रुपए की वृद्धि के साथ भारत सरकार द्वारा 7,830 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य निर्धारित किया गया है। किसान इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
इस अवसर पर पंचायत सदस्य यशपाल, पंडित भवानी दत्त सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष किसान उपस्थित रहे।