मॉक एक्सरसाइज में 10 स्थानों पर चलेंगे रेस्क्यू ऑपरेशन : अमरजीत सिंह

उन्होंने बताया कि मॉक एक्सरसाइज के दौरान जिले के पांचों उपमंडलों में दो-दो स्थानों पर बचाव एवं राहत कार्यों को घटना प्रतिक्रिया प्रणाली यानि इंसीडेंस रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) के निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि शुक्रवार सुबह लगभग 9 बजे जिला में रिक्टर पैमाने पर 8.0 की तीव्रता वाले भूकंप के परिदृश्य का अलर्ट जारी किया जाएगा। इस भूकंप के कारण जिला के दस स्थानों पर होने वाले नुक्सान की सूचना जिला एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) को प्राप्त होगी और इसके तुरंत बाद जिले में आईआरएस सक्रिय हो जाएगा। सबसे पहले नुक्सान वाले स्थानों पर स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया देखी जाएगी और उसके बाद बचाव दलों को घटनास्थलों के लिए रवाना किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि बस स्टैंड हमीरपुर और डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल हमीरपुर के भवनों के क्षतिग्रस्त होने तथा इनमें फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाएंगे। इसी प्रकार, मिनी सचिवालय सुजानपुर के भवन में फंसे लोग निकाले जाएंगे। जबकि, ब्यास नदी में बाढ़ के परिदृश्य के अनुसार गांव जोल पलाही के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास किया जाएगा।
नादौन उपमंडल के गांव कोहला में भी ब्यास के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। यशपाल साहित्य संस्कृति सदन नादौन में आग की घटना से बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा।
बड़सर उपमंडल में डिग्री कालेज चकमोह के भवन में फंसे विद्यार्थियों और शिक्षकों को सुरक्षित निकाला जाएगा। बाबा बालक नाथ मंदिर की पार्किंग में भूस्खलन के परिदृश्य के अनुसार बचाव कार्यों को अंजाम दिया जाएगा।
भोरंज उपमंडल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मुंडखर के भवन में फंसे विद्यार्थी और शिक्षक बाहर निकाले जाएंगे। जबकि, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बधानी में आग की घटना से बचाव का अभ्यास किया जाएगा।
उपायुक्त ने जिला के सभी उपमंडलों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय वालंटियरों, आपदा मित्रों, पंचायत जनप्रतिनिधियों तथा आम लोगों से भी मैगा मॉक एक्सरसाइज में सक्रियता एवं गंभीरता के साथ भाग लेने की अपील की है, ताकि भविष्य में वास्तविक आपदा आने की स्थिति में बचाव एवं राहत कार्यों को सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से अंजाम देने के लिए जिला हमीरपुर में एक बेहतरीन तंत्र विकसित किया जा सके।