मिशन तृप्ति: कांगड़ा की अनूठी एवं अभिनव पहल – उपायुक्त हेमराज बैरवा

जिला कांगड़ा में कुपोषण और अनीमिया जैसी समस्याओं के समाधान हेतु चलाए जा रहे मिशन तृप्ति अभियान के अंतर्गत आज बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय, रैत में एकदिवसीय जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यशाला में शिरकत की। कार्यशाला में जिले के 15 विकास खंडों से सीडीपीओ, पोषण समन्वयकों, आंगनबाड़ी सुपरवाइजरों एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
उपायुक्त श्री बैरवा ने मिशन तृप्ति को जिला कांगड़ा की एक अभिनव पहल बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य मातृ एवं शिशु पोषण में सुधार कर कुपोषण और अनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का स्थायी समाधान करना है। उन्होंने बताया कि शिशु की प्रारंभिक आयु के दो वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि इस अवधि में उनके 85% मस्तिष्क का विकास हो जाता है। ऐसे में संतुलित पोषण अत्यावश्यक है।
उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के पश्चात मास्टर ट्रेनर खंड स्तर पर आंगनबाड़ी व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे। यह प्रशिक्षण अभियान 20 जून तक पूर्ण किया जाएगा, जिसके पश्चात आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से घर-घर जाकर समुदाय में पोषण जागरूकता फैलाई जाएगी।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अशोक शर्मा ने उपायुक्त का स्वागत करते हुए उन्हें शाल, टोपी एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रकट किया। उन्होंने जानकारी दी कि मिशन तृप्ति के अंतर्गत प्रसव के एक घंटे के भीतर स्तनपान, छह माह तक केवल स्तनपान, ऊपरी आहार की समयानुसार शुरुआत तथा “अपनी कटोरी” अवधारणा को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे बच्चों को पर्याप्त पोषण मिल सके।
कार्यशाला में विशेषज्ञ वक्ता डॉ. अनुराधा शर्मा (डीपीओ, स्वास्थ्य विभाग),CORD से नरेंद्र पॉल, ओंकार सैनी, सरला एवं शिवानी तथा सुपरवाइजर रवि कुमार ने पोषण संबंधी भ्रांतियों को दूर करते हुए गर्भावस्था, शिशु स्तनपान, ऊपरी आहार एवं आहार में समयानुसार वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला के समापन सत्र की अध्यक्षता एसडीएम शाहपुर करतार चंद ने की। उन्होंने मिशन तृप्ति को जन आंदोलन बनाने का आह्वान करते हुए सभी संबंधित विभागों एवं समुदाय से सक्रिय भागीदारी की अपील की।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अशोक शर्मा ने विशेषज्ञ वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यशाला में बीएमओ शाहपुर डॉ. कविता, सीडीपीओ कार्यालय का समस्त स्टाफ तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।