जल संरक्षण के प्रति जन समुदाय की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण : महेन्द्रपाल गुर्जर

जल संरक्षण के प्रति जन समुदाय की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण : महेन्द्रपाल गुर्जर

अक्स न्यूज लाइन ऊना  3 दिसम्बर : 

भू-जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के महत्व को बढ़ावा देने के लिए एक माह तक चलने वाला वाटरशेड महोत्सव आयोजित किया जाएगा। राज्य स्तर पर यह महोत्सव 11 से 16 नवम्बर तक संपन्न होगा, जबकि जिला और खंड स्तर पर संबंधित कार्यक्रम 17 नवम्बर से 16 दिसम्बर तक आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी  एडीसी ऊना महेन्द्र पाल गुर्जर ने बुधवार को महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में दी। श्री गुर्जर ने कहा कि जल संरक्षण के प्रति जन समुदाय की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि महोत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों में जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें इस दिशा में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना है।

उन्होंने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2-0 परियोजनाओं की समीक्षा, भावी वाटरशेड विकास योजना पर मंथन और जन जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल योजनाओं की प्रगति की नियमित निगरानी की जाए और जल उपयोग दक्षता बढ़ाने के लिए नवाचार अपनाए जाएं।

उन्होंने बताया कि वाटरशेड महोत्सव के अन्तर्गत पूरा हो चुके काम का लोकार्पण, नए शुरू होने वाले कार्यों का भूमिपूजन, श्रमदान, वृक्षारोपण गतिविधियों के साथ-साथ इस अभियान में जन-सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

 महोत्सव की पूर्व गतिविधि के तौर पर बंगाणा विकास खण्ड में कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं। इसमें खरयालता ग्राम पंचायत में नई परियोजना का भूमि पूजन, ग्राम  पंचायत डीहर, दोबड़, थानाकलां व खरयालता में पूरी हो चुकी परियोजनाओं का लोकार्पण तथा डीहर ग्राम पंचायत में बागवानी पौधरोपण किया गया है। जबकि गगरेट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत अमलैहड़ में भूमि पूजन व एक परियोजनाका लोकार्पण कार्यक्रम तथा ऊना विकास खंड की ग्राम पंचायत समूरकलां, डंगोली व लमलैड़ी में भूमि पूजन, ग्राम पंचायत डंगोली, लमलैहड़ी, मदनपुर व झम्बर में लोकार्पण और समूहकलां व मदनपुर पंचायत में टूल किट वितरण कार्यक्रम 8 दिसम्बर को किया जाएगा। उन्होंने इन कार्यक्रमों कालेज के छात्रों को भी जोड़ने के निर्देश दिए।
 
सोशल मीडिया रील से 50 हजार कमाने का सुअवसर

एडीसी ने बताया कि वाटरशेड महोत्सव के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के साथ ^सोशल मीडिया प्रतियोगिता’ का आयोजन भी किया जा रहा है। इस राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में सोशल मीडिया पर रील बनाने वाले प्रथम 4 विजेताओं को 50-50 हजार रुपये, जबकि 50 उत्कृष्ठ फोटोग्राफ के विजेताओं को एक--एक हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इच्छुक प्रतिभागी आगामी 31 जनवरी से पूर्व जल संचयन संरचनाओं, बागवानी, कृषि वानिकी तथा डब्ल्यूडीसी-पीएमकेएसवाई 1.0 एवं 2.0  सहित अन्य वाटरशेड योजनाओं के अंतर्गत निर्मित संरचनाओं और उनसे लोगों को इनसे को होने वाले लाभों को दर्शाते हुए 30 से 60 सेकंड का लघु वीडियो रील या फोटो तैयार कर इसमें भाग ले सकते हैं।

प्रतिभागियों को अपने कंटेंट को फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, यूट्यूब या ट्विटर पर निर्धारित हैशटैग के साथ पोस्ट करना होगा और पंजीकरण ऑनलाइन पोर्टल पर करना होगा। प्रतिभागियों को ये कंटेंट 12 नवंबर से 31 दिसम्बर 2025 के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करना होगा। पोस्ट की गई सामग्री का लिंक भी पंजीकरण में उपलब्ध कराना अनिवार्य है। हैशटैग #WDC&PMKSY&Watershed Mahotsav 2025 का उपयोग करना अनिवार्य होगा तथा । पोस्ट करने के बाद प्रतिभागियों को निर्धारित वेबसाइट पोर्टल  https:@@wdcpmksy-dolr-gov-in@registerMahotsav पर ऑनलाइन पंजीकरण व नामांकन करना होगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई सामग्री का लिंक भी पंजीकरण पोर्टल पर उपलब्ध होगा, जिसके बाद उन्हें सफल पंजीकरण का पुष्टिकरण मेल प्राप्त होगा। प्रतियोगिता अवधि समाप्त होने के पश्चात 31 जनवरी 2026, शाम 6 बजे तक प्रतिभागियों को अपने पोस्ट के रीच (व्यू), इंगेजमेंट (लाइक एवं कमेंट) का स्क्रीनशॉट पोर्टल पर जमा करना होगा। आईडब्ल्यूएमपी, डब्ल्यूडीसी-पीएमकेएसवाई 1.0 और 2.0  के तहत विकसित जल संचयन संरचनाओं से संबंधित विस्तृत जानकारी भी विभागीय वेबसाइट https:@@wdcpmksy-dolr-gov-in पर उपलब्ध है।

बैठक में जिला विकास अधिकारी रमनवीर चौहान, उपनिदेशक कृषि विभाग कुलभूषण धीमान, जिला आयुष अधिकारी डॉ. किरण शर्मा, खंड विकास अधिकारी अम्ब ओमपाल, गगरेट सुरिन्द्र कुमार, बंगाणा केएल वर्मा, हरोली मुकेश कुमार व ऊना सुशील कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।