भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर टिप्पणी सत्य और तथ्य से परे : महाजन
अक़्स न्यूज लाइन, शिमला --23 जून
भाजपा के राज्य सभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा की कांग्रेस नेता बंबर ठाकुर पूरी तरह से बौखला गए है, जब पुलिस, प्रशासन और जनता मान ही गई है कि वही बिलासपुर गोलीकांड के मास्टरमाइंड है और उनका बेटा इस कांड में पूरी तरह सम्मिलित है तो उसके बाद प्रश्न चिन्ह उठाने का तो सवाल ही नहीं पैदा होता और जिस प्रकार से बंबर ठाकुर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के बारे में टिप्पणी कर रहे हैं वह सत्य और तथ्य से परे है।
उन्होंने कहा की बंबर, जेपी नड्डा की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं और कुछ भी नहीं। उनको लगता है कि जनता का ध्यान भटकाकर, झूठ की दुकान खोलकर अपनी काली छवि को साफ कर सकते हैं, पर कांग्रेस के नेता पूरी तरह एक्सपोज हो चुके हैं। अब तो कोई सवाल ही नहीं उठाता जिससे यह साबित हो सके कि कांग्रेस की नेता स्वच्छ छवि के है, आज से पहले बिलासपुर में जितना भी सामाजिक वातावरण खराब था तो वह केवल इसी कांग्रेस के नेता की वजह से हुआ है। इनके ऊपर कुल मिलाकर 30 अपराधिक मामले चल रहे हैं, यह खनन माफिया, चिट्टा माफिया, नशा माफिया, ऑनर किलिंग, तस्करी, गुंडागरी, मार कुटाई जैसे सभी माफिया और ऑर्गेनाइज्ड क्राइम के सरगना है।
महाजन ने कहा की बिलासपुर एसपी विवेक चहल ने अपने शब्दों में बताया कि पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के बेटे ने उच्च न्यायालय में जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन याचिका रद्द हो गई है। पुलिस का मानना है कि पूर्व विधायक बंबर ठाकुर का बेटा पुरंजन गोलीकांड का मुख्य आरोपी है, पुलिस गिरफ्तारी के लिए आरोपी की तलाश कर रही है। वहीं, मामले में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है, बैहना जट्टा के युवक गौरव को गिरफ्तार किया गया है। बीते दिन गिरफ्तार शूटर सन्नी गिल 15 जून से गौरव के साथ उसके पिता के सरकारी आवास पर रह रहा था, शूटर ने गिरफ्तार होने के बाद पूछताछ में बंबर ठाकुर के बेटे का नाम लिया है। जब शूटर ने ही नाम ले लिया तो उसके बाद तो कार्यवाही और ज्यादा मजबूत हो जाती है।
उन्होंने कहा की भाजपा मांग करती है कि प्रशासन एवं सरकार दोषी के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें और कार्यवाही में गति एवं तेजी लाए। आज से पहले हिमाचल प्रदेश के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ, कांग्रेस नेताओं ने हिमाचल प्रदेश का पूरा वातावरण बिगाड़ दिया है। देवभूमि एवं शांतिप्रिया प्रदेश में ऐसी हिंसा घटनाएं शोभनीय नहीं है।