छात्रों को बांटी जा रही थी फंगस वाली एल्बेंडाजोल टैबलेट
प्रशासन ने डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस अफसर को जांच का जिम्मा सौंपा
नाहन, 2 जून: विभाग द्वारा खरीदी जा रही दवाओं की गुणवत्ता को लेकर अक्सर सवाल
स्वास्थ्य खड़े होते रहे हैं। स्कूली छात्रों को बांटी जा रही टैबलेट एल्बेंडाजोल फंगस वाली मिलने पर जिला प्रशासन ने डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस अफसर को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा है।
जानकारी के अनुसार कालाअंब क्षेत्र के विक्रम बाग स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई पेट में होने वाले कीड़ों को साफ करने के लिए एल्बेंडाजोल टैबलेट छात्रों के बीच वितरित हो रही थी। इसी दौरान यह टैबलेट स्कूल के स्टाफ के पास पहुंची जैसे ही स्ट्रिप से टैबलेट बाहर निकाली उसमें फंगस लगी नजर आई। टैबलेट्स का पाऊडर बना था। स्कूल प्रबंधन ने यह मामला संज्ञान में आते ही छात्रों में टैबलेट्स के वितरण पर रोक लगा दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जिला प्रशासन के अनुसार पूर्व से ही स्वास्थ्य विभाग को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों में छात्रों को दी जाने वाली एल्बेंडाजोल टैबलेट पूरी तरह से जांच के बाद दी जाए। एक्सपायरी डेट की दवा न भेजी जाए। अगर स्टॉक में अन्य कोई खामी हो तो ऐसे स्टॉक की आपूर्ति न की जाए। मिली जानकारी के अनुसार फं गस लगी टैबलेट्स का सैंपल सुरक्षित नहीं रखा जा सका। ऐसे में अन्य स्टॉक की जांच के आदेश दिए गए हैं।
इस मामले में डीसी सिरमौर आर के गौतम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को पहले से ही निर्देश जारी है कि एल्बेंडाजोल टैबलेट्स की जांच करने के बाद ही सप्लाई होगी। यह भी तय करने को कहा गया है कि एक्सपायरी डेट की वितरण न करें। इसके बावजूद स्कूल में फंगस लगी टैबलेट्स मिली है तो यह जांच का विषय है। इस मामले में विभाग से जवाब तलब होगा। डीसी ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर को जांच करने के निर्देश दिए गए है।
उन्होंने स्कूल प्रबंधकों से अनुरोध किया कि छात्रों में टैबलेट्स वितरित करने से पहले अपने स्तर पर भी जांच करें अगर कोई खामी है तो उसक ा वितरण न करें तथा इसकी सूचना विभाग को दें।